
No support for Jan ashirwad Yatra in Koter Satna
सतना। 18 जुलाई और 19 जुलाई को जिले में प्रस्तावित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर कोटर तहसील क्षेत्र के लोगों ने सवाल उठाएं है। कहा कि सीएम प्रदेशभर में जन आर्शीवाद यात्रा निकालकर मतदाताओं से आशीर्वाद मांग रहे है। जिससे भाजपा प्रदेश में चौथी बार सत्ता पर आए। लेकिन कोटर क्षेत्र में आज तक विकास की गंगा नहीं बह पाई है। आज भी इस क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का आभाव है। अस्पताल है तो डॉक्टर नहीं, पीएम के लिए 30 से 35 किमी. की दौड़, 1.50 लाख की आबादी वाले क्षेत्र में उप डाक घर तक नहीं, बस स्टैंड, कॉलेज, आईटीआई, कन्या स्कूल, कृषि उपज मंत्री आदि चीजों से क्षेत्र बंचित है।
तहसील क्षेत्र में 87 गांव शामिल
गौरतलब है कि, रामपुर बाघेलान विधानसभा अंतर्गत आने वाले कोटर तहसील क्षेत्र में कोटर नगर पंचायत सहित 87 गांव शामिल है। जहां की औसतन आबादी करीब 1.50 लाख है, जिसका ऐरिया बकिया बराज के टमस नहीं से लेकर रीवा जिले के सेमरिया थाना क्षेत्र को छूता हुआ सभापुर, धारकुंडी, जैतवारा नगर से लगा हुआ है। जिसका औसतन एरिया 20 से 25 किमी. तक फैला हुआ है।
ये है मुख्य मांगे
- कोटर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर की मांग।
- अन्य अस्पतालों की तर्ज पर कोटर पीएचसी में हो पीएम।
- पीएम के लिए सतना जिला अस्पातल की 30 से 35 किमी. की दौड।
- उप डाक घर की मांग
- बस स्टैंड की मांग
- सरकारी कॉलेज की मांग
- उप कृषि उपज मंडी की मांग
- उप सब्जी मंडी की मांग
- आईटीआई कॉलेज हो स्थापित
- छात्राओं के लिए कन्या हायर सेकंडरी की मांग।
- सुलभ कॉम्प्लेक्स की मांग
- ब्लॉक बनाने की मांग
- कागजों में तीन दिन चल रहा ब्लॉक कार्यालय
- कोटर और बिरसिंहपुर क्षेत्र को मिलाकर विधानसभा की मांग
- नीति आयोग की तर्ज पर राज्य शासन की रिपोर्ट में पिछड़ेपन का धब्बा हो दूर।
जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर गुटबाजी
सतना जिले में जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर भाजपा में गुटबाजी खुलकर उजागर हो रही है। भाजपा सूत्रों की मानें तो पार्टी का एक गुट पूरे कार्यक्रम को हाइजेक करने में लगा हुआ है। शहर में लगे अधिकांश होर्डिंग और पोस्टरों इस बात का गवाह है। भाजपा विधायकों को जानबूझकर अनदेखी की जा रही है। पूरी यात्रा में अपना-अपना श्रेय लेने के लिए नेता कार्य कर रहे है। सत्ताधारी दल के विधायकों की अनदेखी का असर जन आशीर्वाद यात्रा में देखने को मिल सकता है।
सतना जिले में रामपुर बाघेलान ब्लॉक सबसे ज्यादा पिछड़ा है ये खुद राज्य सरकार की रिपोर्ट कह रही है। कोटर तहसील क्षेत्र का तो और हाल बुरा है। स्थानीय जन प्रतिनिध सतना, रामपुर में रहते है। इस क्षेत्र के विकास की किसी को चिंता नहीं है।
अजय पाण्डेय, कोटर क्षेत्र
Published on:
16 Jul 2018 03:52 pm
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