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सीएमएचओ साहब! मोबाइल चलाने से बेहतर सीएम हेल्प लाइन में ध्यान दीजिए

समय सीमा बैठक में गंभीरता नहीं दिखाने पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी सीएमएचओ सहित बीएमओ मझगवां - मैहर पर कार्रवाई का प्रस्ताव कमिश्नर को

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CMHO sahab! Pay attention to better CM help line than running mobile

CMHO sahab! Pay attention to better CM help line than running mobile

सतना. मंगलवार को समय सीमा बैठक में उस समय सनाका खिंच गया जब कलेक्टर ने अचानक से सीएमएचओ की क्लास लेनी शुरू कर दी। वाकया ऐसा था कि कलेक्टर अजय कटेसरिया सीएम हेल्प लाइन की समीक्षा कर रहे थे, उसी वक्त सीएमएचओ काफी देर से अपना मोबाइल चला रहे थे। कई बार नजर अंदाज करने के बाद भी जब सीएमएचओ ने मोबाइल चलाना नहीं बंद किया तो कलेक्टर भड़क गए। उन्होंने भरी बैठक में कह ही दिया कि सीएमएचओ साहब मोबाइल चलाने से बेहतर से है कि सीएम हेल्प लाइन में ध्यान दीजिए। इस दौरान लोक सेवा प्रबंधन इकाई को भी लापरवाही पर फटकार लगाई। इस दौरान जिपं सीईओ ऋजु बाफना भी मौजूद रहीं।

टीएल बैठक में मोबाइल पर है प्रतिबंध

जानकारी के अनुसार जब सीएमएचओ टीएल बैठक में प्रतिबंध के बाद भी मोबाइल चलाते मिले तो कलेक्टर ने जमकर फटकार लगाई। कहा कि जितना वक्त आप मोबाइल चलाने में लगाते हैं उतना वक्त अगर सीएम हेल्पलाइन के निराकरण में दे दें तो आपकी विभाग की स्थिति सही रहे। जिले में खराब प्रगति वाले विभागों में आपका विभाग है और कोई आपके यहां से जाने वाला भी है। फिर कहा, आप बुजुर्ग हैं इसलिये मैं नहीं चाहूंगा कि इस बैठक में ऐसा कुछ कहा जाए जो आपके सम्मान को ठेस पहुंचाए।
जानबूझ कर रिपोर्ट नहीं देना चाहते

बैठक के दौरान कलेक्टर ने लोक सेवा प्रबंधन की रिपोर्ट पर तल्ख नाराजगी जताई। दैनिक तौर पर तैयार की जाने वाली रिपोर्ट कलेक्टर नामवार चाह रहे थे और पिछली बैठक में भी उन्होंने बताया था कि उन्हें किस तरह की रिपोर्ट चाहिए, लेकिन इस बार भी एक्जाई रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी गई। जिस पर कलेक्टर भड़क गए। उन्होंने कहा कि आप लोग जानबूझ कर यह रिपोर्ट नहीं देना चाहते हैं। नाराजगी में यह तक कह दिया कि ऐसे में 25 हजार का जुर्माना ही करना पड़ेगा।

पेयजल संकट पर गंभीरता दिखाएं
कलेक्टर ने पेयजल की समीक्षा करते हुए कहा कि हैण्डपंपों के सुधार में गंभीरता बरतें। इस दौरान बंद नलजल योजनाएं और खराब हैण्डपंप के सुधार कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बताया गया कि बोर के सुधार में तीन चार दिन का समय लगता है। इस पर कलेक्टर ने गंभीरता से काम करने कहा। रबी सीजन में गेहूं भण्डारण की समीक्षा की। कहा, मामले को ठंडे बस्ते में डालते दिख रहे हैं। ऐसे काम नहीं चलेगा। सभी एसडीएम और फूड सहित संबंधित अधिकारी मामले को गंभीरता से लें।

सीएमएचओ सहित तीन पर कार्रवाई का प्रस्ताव
सीएम हेल्पलाइन की प्रगति पर गंभीर कलेक्टर ने अब चेतावनी के बाद भी रुचि नहीं लेने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। समीक्षा में पाया कि सीएमएचओ डॉ. अशोक कुमार अवधिया, बीएमओ मझगवां डॉ तरुणकांत त्रिपाठी और बीएमओ मैहर डॉ राकेश गौतम सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में रुचि नहीं ले रहे हैं और इनके काफी मामले लंबित हैं। इस पर कलेक्टर ने सीएमएचओ और दो बीएमओ के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव संभागायुक्त रीवा को भेज दिया है।