scriptकरंट लगने के बाद युवक को डॉक्टर ने किया मृत घोषित, पोस्टमार्टम के समय हुआ जिंदा | Doctor declared dead after electric shock alive during postmortem | Patrika News

करंट लगने के बाद युवक को डॉक्टर ने किया मृत घोषित, पोस्टमार्टम के समय हुआ जिंदा

locationसतनाPublished: Nov 22, 2020 07:23:19 pm

Submitted by:

Faiz

करंट लगने पर युवक को ले गए अस्पताल, डॉक्टर ने किया मृत घोषित, पोस्टमार्टम के समय हुआ जिंदा।

news

करंट लगने के बाद युवक को डॉक्टर ने किया मृत घोषित, पोस्टमार्टम के समय हुआ जिंदा

सतना/ मध्य प्रदेश के सतना जिले के नागौद में रविवार को सरकारी तंत्र की बड़ी लापरवाही सामने आई। इलाके के एक युवक को करंट लगने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां जांच परख करने के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामला हादसे से जुड़ा था, तो पोस्टमार्टम होना भी स्वभाविक था। करीब दो घंटे बाद जब युवक को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया, तो पोस्टमार्टम टेबल पर पीएम शुरु होने से एन पहले चिकित्सक को पोस्टमार्टम के लिए आए शरीर में हलचल दिखाई दी। इसके बाद डॉक्टरों ने तुरंत पोस्टमार्टम प्रकृिया को रोककर युवक को जिला अस्पताल रैफर किया। मामाले की जानकारी जब परिजन को लगी तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों के खिलाफ प्रदर्शन शुरु कर दिया।

 

पढ़ें ये खास खबर- Weather Update : इतने दिन और रहेगी कड़ाके की ठंड, राजधानी में 10 साल बाद गुजरी इतनी सर्द रात


ये था मामला

नागौद के चंद्रकुइयां गांव में 45 वर्षीय बच्चू कुशवाह पिता रामप्रताप कुशवाह सब्जी का थोक व्यापारी था। शनिवार को उनके घर पर अखंड रामायण का पाठ था। रामायण पाठ के अगले दिन यानी रविवार को भंडारा आयोजित किया गया। कुछ लोग गांव के मंदिर पर झंडा चढ़ाने जा रहे थे। इसी दौरान बच्चू कुशवाह को करंट लग गया। बेसुध हालत में उसे सुबह करीब 9 बजे नागौद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच परखने के बाद युवक को मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। यहां करीब 11 बजे उसे पीएम रूम में ले जाया गया। यहां पीएम करने वाले डॉक्टर ने प्रक्रिया शुरू की ही थी कि, अचानक पीएम डॉक्टर को महसूस हुआ कि, पोस्टमार्टम के लिए लाया गया शरीर मृत नहीं है। पुष्टि होने पर डॉक्टर के होश उड़ गए। डॉक्टर की जांच में युवक की सांसें चल रही थीं। तुरंत पोस्टमार्टम रोककर युवक के संबंध में पुलिस को जानकारी दी गई। इसके बाद तुरंत युवक को सतना के जिला अस्पताल रैफर किया गया।

 

पढ़ें ये खास खबर- फिल्मी स्टाइल में प्रशासनिक छापामारी, देखें किस तरह का दूध, मिठाई, मावा और तेल खा रहे हैं आप


लोगों ने उठाया सवाल

news

बच्चू कुशवाह के जिंदा होने की जानकारी जैसे ही फैली तो, परिवार में एक तरफ तो खुशी दौड़ पड़ी, वहीं दूसरी तरफ अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ गुस्सा भी फूट पड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि, जब बच्चू जिंदा था तो, उसकी जांच किस हद की लापरवाही से की गई कि, उसे मृत घोषित करके पीएम के लिए भेज दिया। परिवार का आरोप है कि, वो तो उसका जीवन था कि, पोस्टमार्टम से एन पहले उसके शरीर की हरकत चिकित्सक को दिखाई पड़ गई। वरना डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से एक जिंदा व्यक्ति का पोस्टमार्टम हो जाता। गुस्साए लोगों ने अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की, इस दौरान ग्रामीणों ने सड़क पर जाम भी लगा दिया। वहीं, अस्पताल के डॉक्टरों ने बचने के लिए खुद को कमरे में बंद कर लिया। हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझाइश देकर हालात नियंत्रित किये।

ट्रेंडिंग वीडियो