
Fake Ias officer: jabalpur sp arrest fake collector for feeding sweets
सिंगरौली/ मध्यप्रदेश के जबलपुर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शनिवार को फर्जी आईएएस बनकर पहुंचा सिंगरौली निवासी राकेश साहा ट्रेनिंग के सवालों में उलझ गया। पेंट-शर्ट और टाई पहनकर मिठाई का डब्बा साथ लिए एसपी से मिलने पहुंचे इस युवक ने खुद को 2018 बैच का आईएएस बताया था।
वह कैबिनेट सचिवालय दिल्ली से सलेक्शन सर्टीफिकेट और यूपीएससी की चयन सूची लेकर पहुंचा था। एसपी ने उसे सिविल लाइंस पुलिस के हवाले करते हुए एएसपी क्राइम को जांच के निर्देश दिए हैं। उसके खिलाफ फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया गया है।
नवयुवकों को करता है मोटिवेट
एसपी अमित सिंह के मुताबिक राकेश सिंगरौली का रहने वाला है। उसने राधास्वामी इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई किया है और गढ़ा में किराए के मकान से रहता है। वह घर से तीन दिन पहले पिता और पत्नी को दिल्ली जाने की बात कहकर निकला था। उसने फेसबुक पेज अपना पेज भी बनाया है, जिसमें वह नवयुवकों को मोटिवेट करता है। कुछ लोगों को 30-45 हजार में सिंगरौली में नौकरी लगवाने का झांसा भी दे चुका है।
इन सवालों में फंसा
यूपीएससी की चयन सूची में 608 रैंक पर राकेश कुमार साहा का नाम है। इसका नाम राकेश साहा है। वर्ष 2018 के इस बैच की ट्रेनिंग लबासना स्थित लालबहादुर शास्त्री आईएएस एकेडमी मसूरी में चल रही है। उसने बताया कि देहरादून में ट्रेनिंग चल रही है। उसने अपनी पदस्थापना बैतूल में असिस्टेंट डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट एडीएम के पद पर बताई। आईएएस की ट्रेनिंग के बाद असिस्टेंट कलेक्टर की तैनाती मिलती है।
Published on:
29 Sept 2019 02:20 pm
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