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गुजरात टेरर कॉलः एक असाइनमेंट के लिए राहुल लेता था 3 लाख रुपये

सिम बॉक्स अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के जरिए करते थे बल्क कॉल और मैसेज

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गुजरात टेरर कॉलः एक असाइनमेंट के लिए राहुल लेता था 3 लाख रुपये

Gujarat terror call: Rahul used to charge Rs 3 lakh for an assignment

सतना। नरेन्द्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में होने वाले मैच को लेकर खालिस्थान समर्थक वाइस मैसेज भेज कर देश भर की सुरक्षा एजेंसियों के बीच हड़कम्प मचा देने वाले सतना निवासी राहुल द्विवेदी और नरेन्द्र कुशवाहा ने अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच के सामने कई खुलासे किए हैं। इन्होंने बताया है कि वे अपने प्रत्येक असाइनमेंट के लिए 3 लाख रुपये लेते थे। क्राइम ब्रांच अब यह पता लगा रही है कि इन्होंने अमृतसर के जी-20 कार्यक्रम को लेकर की गई कॉल स्पूफिंग में भी तो इनका हाथ नहीं है। साथ ही इनके पाकिस्तान में एसएफजे (सिख फॉर जस्टिस) के सदस्यों से संपर्क है या नहीं? यह भी बताया गया है कि इनसे हुई पूछताछ के बाद इनके दो अन्य साथियों को भी छतरपुर से गिरफ्तार किया गया है।

सतना से गिरफ्तार करके ले अहमदाबाद ले जाए गए राहुल द्विवेदी और नरेन्द्र कुशवाहा से अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच और एनआईए की टीम सख्त पूछताछ कर रही है। संयुक्त पुलिस आयुक्त क्राइम ब्रांच प्रेम वीर सिंह ने बताया कि ये लोग बड़े शातिर हैं। इन्होंने छतरपुर और सतना सिम बॉक्स के जरिये अवैध टेलीफोन एक्सचेंज स्थापित कर रखा था। इस सिम बॉक्स (कॉल स्पूफिंग की सुविधा देने वाला अवैध टेलीफोन एक्सचेंज) का इस्तेमाल बल्क कॉल और संदेश भेजने के लिए करते थे। अपने बल्क कॉल और मैसेज के प्रत्येक असाइनमेंट के लिए इनके द्वारा 3 लाख रुपये संबंधित पार्टी से लिए जाते थे। सिंह ने बताया कि हमारी टीमें यह भी पता लगाने में जुटी हुई हैं कि अमृतसर में जी20 कार्यक्रम की आतंकी धमकी के लिए इनके सिम बाक्स का उपयोग किया गया था अथवा नहीं।

तलाश रहे पाकिस्तान कनेक्शन

क्राइम ब्रांच टीम यह पता लगा रही है कि आरोपियों का पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन एसएफजे सदस्यों से क्या कनेक्शन है। ये उनके लिए किस तरह का काम कर रहे थे। क्योंकि इन लोगों ने एक एप के जरिए एसएफजे के आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की प्री रिकार्डेड आवाज को डाउन लोड किया फिर सिम बाक्स के जरिए इसी प्री रिकार्डेड संदेश को अहमदाबाद में बड़े पैमाने पर लोगों को भेज कर भय का माहौल पैदा किया। इनसे यह पता लगाया जा रहा है कि इन्हें यह काम किसने दिया था या ये लोग किसके लिए कर रहे थे। इनके कब्जे से 11सिम बाक्स और 168 सिम कार्ड जब्त किए गए हैं।

IMAGE CREDIT: Patrika

भौचक्की है क्राइम ब्रांच

साइबर क्राइम ब्रांच के एसीपी जीतेन्द्र यादव ने कहा कि राहुल और नरेन्द्र ने जिस तरीके से इतनी बड़ी कॉल स्पूफिंग सुविधा स्थापित की थी यह सामान्य नहीं है। यह काम साइबर एक्सपर्ट ही कर सकते हैं। लेकिन राहुल सिर्फ 12वीं और नरेन्द्र ने 8वीं तक ही पढ़ाई की है। ऐसे में इतना बड़ा सेटअप तैयार करना अपने आप में आश्चर्य का विषय है। यह भी जांच की जा रही है कि क्या इन लोगों ने जबरिया वसूली जैसे काम में शामिल गिरोहों को भी अपना सेटअप दिया था?