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खग्रास चंद्रग्रहण कल, जानिए कितने बजे बंद हो जाएंगे पूजा-पाठ और मंदिर

8 नवंबर यानि मंगलवार को कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को संपूर्ण भारत में चंद्रग्रहण लग रहा है। बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा तथा पूर्वोत्तर भारत में खग्रास रूप तथा शेष में खण्डग्रास रूप में चंद्रग्रहण दिखाई देगा। भारत में चंद्रग्रहण स्थानीय समय अनुसार अलग-अलग समय लग रहा है। स्थानीय समय के अनुसार जिले में भी इसका समय नियत है.

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सतना

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deepak deewan

Nov 07, 2022

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खण्डग्रास रूप में चंद्रग्रहण

सतना. 8 नवंबर यानि मंगलवार को कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को संपूर्ण भारत में चंद्रग्रहण लग रहा है। बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा तथा पूर्वोत्तर भारत में खग्रास रूप तथा शेष में खण्डग्रास रूप में चंद्रग्रहण दिखाई देगा। भारत में चंद्रग्रहण स्थानीय समय अनुसार अलग-अलग समय लग रहा है। स्थानीय समय के अनुसार जिले में भी इसका समय नियत है.

जिलेभर में सूतक लगने के साथ ही पूजा-पाठ बंद हो जाएगी, मंदिरों के कपाट भी बंद हो जाएंगे- स्थानीय ज्योतिर्विद पंडित मोहनलाल द्विवेदी ने बताया कि चंद्रोदय के साथ शाम 5.34 बजे से ग्रहण प्रारंभ होगा। इसका समाप्ति काल शाम 6.18 बजे रहेगा। ग्रहण की अवधि 44 मिनट 37 सेकंड में बताई जा रही है। सूतक 9 घंटे पूर्व यानी सुबह 8.28 बजे से माना जाएगा। सूतक लगने के साथ ही पूजा-पाठ बंद हो जाएगी. इसी के साथ जिलेभर में मंदिरों के कपाट भी बंद हो जाएंगे.

ग्रहण काल में गर्भवती को फल-सब्जी काटना या चाकू-कैंची का प्रयोग नहीं- सूतक काल के समय मंदिरों के पट बंद रहेंगे। ग्रहणकाल में मूर्ति स्पर्श करना, अनावश्यक खाना-पीना, मैथुन, निद्रा, नाखून काटना वर्जित किया गया है। ग्रहण काल में गर्भवती को फल-सब्जी काटना या चाकू-कैंची का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

बाल-वृद्ध-रोगी एवं गर्भवती महिला को स्वास्थ्य के अनुसार व्यवहार करना चाहिए। ग्रहण लगने से पहले की समय अवधि को अशुभ माना जाता हैैं। इस समय अवधि में किसी भी तरह का कोई भी शुभ काम या मांगलिक कार्य नहीं किया जाना चाहिए। यदि इस सूतक काल के दौरान व्यक्ति कोई भी शुभ कार्य करता है तो उसे फल की जगह अशुभ फल की प्राप्ति होती है।