
Sub Engineer Resignation : मध्य प्रदेश में इन दिनों एक सब इंजीनियर के त्यागपत्र ने बवाल मचा रखा है। इस सब इंजीनियर ने सतना के जिला पंचायत ऑफिस में हो रहे भ्रष्टाचार, अवैध वसूली और तानाशाही से तंग आकर इस्तीफा दे दिया लेकिन बवाल की वजह इस्तीफा देना नहीं बल्कि इस्तीफे में किया हुआ खुलासा और इंजीनियर की आपबीती है। सब इंजीनियर ने अपने इस्तीफे में लिखा कि वह एक देशभक्त है लेकिन समाजसेवा के लिए नौकरी ज्वाइन करने के बावजूद उससे जबरन अवैध वसूली कराई जा रही थी। यह मामला क्षेत्रीय विधायक और राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी तक भी पहुंचाया गया है। मामला नागौद जनपद मौहारी सेक्टर का है।
दरअसल, सब इंजीनियर सतीश समेले को जिला पंचायत सीईओ द्वारा कारण बताओं नोटिस जारी किया गया था। इस नोटिस का जवाब देते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे में सतीश ने बताया कि ईमानदारी से काम करने और दफ्तर में परफॉरमेंस सबसे बेहतरहोने के बावजूद उसका वेतन तीन-तीन महीनों तक नहीं आता है। सतीश ने लिखा कि 'वह एक देश भक्त है और उन्होइने समाजसेवा के उद्देश्य से यह नौकरी ज्वाइन की थी लेकिन अधिकारी गलत काम करने के लिए मजबूर करते हैं। उनका दायित्व गरीबों का उत्थान करना है लेकिन वह संभव नहीं है।' उन्होंने अपने त्यागपत्र में नागौद के एपीओ विकसिता साकेत पर भी कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा है कि जिओ टैग के मामले में एपीओ ने मनमानी करते हुए बार-बार रिजेक्ट करने का कार्य किया है।
सब इंजीनियर सतीश समेले के इस्तीफे से राजाधानी भोपाल तक हड़कंप मचा हुआ है। सतीश ने बताया कि उसने क्षेत्रीय विधायक और राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी से भी इस बात की थी जिसका पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। सतीश का कहना है कि पत्र वायरल होने के बाद अब दफ्तर में लोग उन्हें टारगेट कर रहे है।
Published on:
21 Oct 2024 03:57 pm
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