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MP के इस जिले में स्वाइन फ्लू ने दी दस्तक, तीन पॉजिटिव रोगी मिलने से हड़कंप

स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप, जबलपुर से आई रिपोर्ट से हुई पुष्टि, पीडि़तों में दो पुरुष और एक महिला शामिल है। 

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सतना। जिले में स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है। शहर सहित ग्रामीण अंचल में तीन पॉजिटिव रोगी सामने आए हैं। पीडि़तों में दो पुरुष और एक महिला शामिल है। महिला के स्वास्थ्य में सुधार बताया जा रहा है, जबकि दो अन्य का उपचार चल रहा है। बताया गया, हवाई पट्टी आदर्श नगर निवासी आरके दहायत एक सप्ताह से सर्दी-बुखार से पीडि़त थे।

उन्होंने पहले नजदीक ही निजी क्लीनिक में उपचार कराया। आराम नहीं मिलने पर परिजनों ने जिला अस्पताल में इलाज कराया। वहां चिकित्सकों ने पहले सर्दी-बुखार की दवा दी। इसके बाद भी संदिग्ध के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट होने पर स्वाइन फ्लू की आशंका हुई। चिकित्सकों ने स्वाब का नमूना जांच के लिए जबलपुर भेजा, तो स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई।

इसी प्रकार नागौद के मढ़ी गांव निवासी कमलेश ने सर्दी-खांसी और गले में खरास होने पर गांव में ही उपचार कराया। तबीयत ठीक नहीं होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराया। चिकित्सकों ने स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर सैंपल जांच के लिए जबलपुर भेजा। जहां स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई।

सर्दी-बुखार को हल्के में लेना पड़ा भारी
मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ. आरएन सोनी ने बतया, मौसम में अचानक बदलाव के साथ तापमान में भी परिवर्तन होता है। इसके अनुरूप शरीर का संतुलन नहीं बैठा पाता। फलस्वरुप संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। मौसम बदलने के साथ बारिश तो स्वास्थ्य के लिए अत्याधिक खतरनाक होती है। वायरल बीमारियों की आशंका इस काल में सर्वाधिक होती है। अस्पताल की ओपीडी में भी इन दिनों वायरल फीबर के सबसे ज्यादा रोगी आ रहे हैं।

दिल्ली से संक्रमित होकर लौटी महिला
बम्हनगवां निवासी रश्मि सिंह दिल्ली घूमने के लिए गईं थीं। वहां से लौटने के बाद सर्दी-जुकाम की शिकायत हुई। इलाज के बाद भी स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा था। तबीयत धीरे-धीरे बिगड़ती जा रही थी। परिजनों ने विशेषज्ञ चिकित्सकों से उपचार कराया, तो स्वाइन फ्लू की आशंका हुई। जांच के बाद स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई। हालांकि उपचार के बाद स्वास्थ्य में सुधार होना बताया जा रहा है।

मौसम का असर
स्वाइन फ्लू के तीन रोगी सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि मौसम में अचानक बदलाव के बाद स्वाइन फ्लू के संक्र मण का खतरा बढ़ गया है। तापमान में गिरावट होना स्वाइन फ्लू के वायरस के लिए सबसे अनुकूल होता है। इस दौरान १५ से २५ डिग्री के तापमान में वायरस सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इससे लोगों के संक्रमित होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

सतना में सबसे ज्यादा मौत
विंध्य क्षेत्र में स्वाइन फ्लू से सबसे ज्यादा मौत सतना जिले में दर्ज की गई। सबसे ज्यादा पॉजिटिव रोगी भी सतना में ही मिले हैं। हालांकि महकमे के आंकड़े अधूरे ही हैं। वास्तविकता कुछ और है।