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रणथंभौर में अनोखा नजारा: पीपल के पेड़ पर चढ़ा भालू, शहद की मिठास में रातभर मगन रहा

Ranthambore: रणथंभौर अभयारण्य की बालेर रेंज के क्यारदा कलां गांव में एक भालू शहद खाने के लिए पीपल के पेड़ पर चढ़ गया।

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पेड़ पर बैठा भालू। फोटो: पत्रिका

सवाईमाधोपुर। रणथंभौर अभयारण्य की बालेर रेंज के क्यारदा कलां गांव में एक भालू शहद खाने के लिए पीपल के पेड़ पर चढ़ गया। बीजासण माता मंदिर के सामने भोलाजी के चौक स्थित पीपल के पेड़ पर मधुमक्खियों के छत्ते लगे हुए थे। भालू रातभर वहीं बैठकर शहद का आनंद लेता रहा। शहद की मिठास में वह इतना मगन हो गया कि सुबह होने तक जंगल लौटना ही भूल गया।

ग्रामीणों ने जब सुबह पेड़ पर चढ़े भालू को देखा तो बड़ी संख्या में पेड़ के आसपास इकट्ठा हो गए। भीड़ और शोरगुल से भालू पेड़ की ऊंचाई पर जाकर बैठ गया। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। बहरावण्डा कलां थाने से पुलिस बल मौके पर पहुंचा और भीड़ को दूर किया।

भालू को करौली के जंगलों में छोड़ा

बालेर रेंजर ने जिलावनाधिकारी को सूचना देकर सवाईमाधोपुर से ट्रेंकुलाइज स्पेशल टीम को बुलाया। विशेषज्ञों ने पेड़ पर ही भालू को ट्रेंकुलाइज किया और नीचे जाल लगाकर सुरक्षित रेस्क्यू किया। जानकारी के अनुसार भालू को करौली के जंगलों में छोड़ा गया।

दो महीने से बना हुआ था खतरा

बालेर रेंज में पिछले दो महीनों से भालू का मूवमेंट बना हुआ था। वह अक्सर घरों में घुसकर दूध, दही, घी और शक्कर आदि खा जाता था। इससे ग्रामीणों में भय और वन विभाग के प्रति रोष व्याप्त था।

इना कहना है

भालू विभाग के लिए चुनौती बना हुआ था। लगातार पिंजरे लगाकर और खाने का सामान रखकर पकड़ने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। अब भालू को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया है।
-नरेश गोदारा, क्षेत्रीय वन अधिकारी