Heavy Rain in Rajasthan: प्रदेश के कई जिलों में अतिवृष्टि से जनजीवन प्रभावित है। भाड़ौती-मथुरा मेगा हाइवे स्थित बहतेड़ मोरेल नदी में हाइवे के ऊपर दो फिट पानी बह रहा है। इससे आवागमन बंद हो गया।
सुरक्षा की दृष्टि से नदी के दोनों मुहानों पर मलारना डूंगर और बाटोदा थाना पुलिस तैनात है। यह सवाईमाधोपुर-गंगापुर सिटी जिलों को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग होने से व्यापार भी प्रभावित हुआ है। कई सरकारी कर्मचारी दोनों ओर फंसे होने से कार्यालय नहीं पहुंच सके। लगातार बारिश के कारण सवाई माधोपुर में बाढ़ के हालात हैं। जिले के बौंली उपखंड में हिंदूपुरा गांव में सोमवार सुबह 3 बजे बांध की मिट्टी की पाल तेज बहाव के कारण टूट गई।
डैम (Sawaimadhopur Dam) की पाल करीब 3-4 फीट टूटने से पानी तेज बहाव के साथ आसपास के इलाकों में पहुंचा और चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। बांध का पानी निगोह नदी में जाने से जटावती, डीडवाडी, जोलन्दा गांव के जलमग्न होने की आशंका है। पानी भरने के कारण हिंदूपुरा और हथडोली पंचायतों के 20 से ज्यादा गांव को जोड़ने वाली कोली मोहल्ला पुलिया से आवागमन बाधित हो गया है। यहां पानी 6 फीट ऊपर से बह रहा है।
रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने सोमवार को भी अतिवृष्टि को लेकर रेड अलर्ट किया है। उपखण्ड मुख्यालय पर 10 जुलाई शनिवार सुबह 8 बजे से सोमवार दोपहर 12 बजे तक 52 घंटे में 232 मिमी (9.28) इंच बारिश दर्ज की गई। तहसीलदार सीमा घुनावत ने बताया कि इस वर्ष 1 जून से 12 अगस्त सुबह 8 बजे तक औसत 722 मिमी के मुकाबले 886 मिमी बारिश हो चुकी है। यह पिछले 10 साल में सर्वाधिक है।
यह मार्ग भी हुए बंद
भाड़ौती-मथुरा मेगा हाइवे के अलावा मलारना डूंगर से मायापुर डूंगरी, मलारना डूंगर से गुर्जर टापरी, मलारना स्टेशन से सवाईमाधोपुर ओलवाड़ा बनास नदी, भाड़ौती से बोंली (खिरनी निगोह नदी) मार्ग बंद हो गए हैं। कोटा-लालसोट मेगा हाइवे पर मलारना चौड़, भाड़ौती मोड़, टोंड और अजनोटी में पानी बहने से छोटे वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ है।