उन्होंने कहा कि हर समय कोई जेब में भामाशाह कार्ड नहीं रखता। दुर्घटना होने की स्थिति में परिजन घायल को अस्पताल ले जाते हैं तो पहले भामाशाह कार्ड मांगा जाता है। मौजूद नहीं होने पर नि:शुल्क उपचार नहीं मिल जाता। सरकार की ये खामी लोगों को सता रही है। जनता वर्तमान सरकार की जनविरोधी नीतियों से तंग आ गई है।
शिक्षा ही सफल जीवन का आधार
दुर्रू मियां ने कहा कि समाज कोई भी हो, शिक्षा के बिना तरक्की संभव नहीं है। बिना शिक्षा के व्यक्ति बिना आंख के समान है, जो न तो कुछ देख पाता है और न कुछ कर पाता है। इसलिए समाज को विशेषकर बालिका शिक्षा को अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसके पास हुनर है, वह बेरोजगार नहीं रह सकता।
दुर्रू मियां ने कहा कि समाज कोई भी हो, शिक्षा के बिना तरक्की संभव नहीं है। बिना शिक्षा के व्यक्ति बिना आंख के समान है, जो न तो कुछ देख पाता है और न कुछ कर पाता है। इसलिए समाज को विशेषकर बालिका शिक्षा को अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसके पास हुनर है, वह बेरोजगार नहीं रह सकता।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व संसदीय सचिव रामकेश मीणा ने भी समाज में तालीम का महत्व बताया। उन्होंने भी कहा कि एक बालिका शिक्षित होकर शादी से पहले भाई, बहन समेत पूरे परिवार को संभालती है तो शादी के बाद ससुराल में भी परिवार को संस्कार युक्त बनाते हुए आगे बढ़ाती है। कार्यक्रम संयोजक कासिम अली, विशिष्ट मारवाड़ मुस्लिम एजुकेशनल सोसायटी जोधपुर के जनरल सैकेट्री, मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी जोधपुर के वाइस चांसलर प्रोफेसर अख्तरूल वासेअ, ऑल इण्डिया मिल्ली काउंसिल जयपुर के प्रदेश चीफ अब्दुल कय्यूम अख्तर, हाजी जमीन खान, सोसायटी सचिव इमरान खान, मौलवी लुकमान समेत अन्य अतिथियों ने भी विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व संसदीय सचिव रामकेश मीणा ने भी समाज में तालीम का महत्व बताया। उन्होंने भी कहा कि एक बालिका शिक्षित होकर शादी से पहले भाई, बहन समेत पूरे परिवार को संभालती है तो शादी के बाद ससुराल में भी परिवार को संस्कार युक्त बनाते हुए आगे बढ़ाती है। कार्यक्रम संयोजक कासिम अली, विशिष्ट मारवाड़ मुस्लिम एजुकेशनल सोसायटी जोधपुर के जनरल सैकेट्री, मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी जोधपुर के वाइस चांसलर प्रोफेसर अख्तरूल वासेअ, ऑल इण्डिया मिल्ली काउंसिल जयपुर के प्रदेश चीफ अब्दुल कय्यूम अख्तर, हाजी जमीन खान, सोसायटी सचिव इमरान खान, मौलवी लुकमान समेत अन्य अतिथियों ने भी विचार व्यक्त किए।
इन प्रतिभाओं को नवाजा
इस दौरान मुंशी उदेई, अनवार अली काजी, शफीक उदरेन, शोकिन खान, हनीफ खान, इरशाद खान आदि भी मौजूद थे। बांटे पुरस्कार कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने 10वीं में 95.83 अंक लाने वाली तरून्नम बानों को, 12वीं में 96 प्रतिशत अंक लाने पर साजिद खान तथा बीएसटीसी में 85 प्रतिशत अंक लाने पर खुशबू बानों को गोल्ड मेडल, शील्ड, प्रमाण-पत्र तथा एक-एक साइकिल उपहार में भेंट की गई। इसके अलावा समारोह में समाज की करीब 300 प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया। जिसमें 30 गोल्ड मेडल तथा 25 सिल्वर मेडल दिए गए।
इस दौरान मुंशी उदेई, अनवार अली काजी, शफीक उदरेन, शोकिन खान, हनीफ खान, इरशाद खान आदि भी मौजूद थे। बांटे पुरस्कार कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने 10वीं में 95.83 अंक लाने वाली तरून्नम बानों को, 12वीं में 96 प्रतिशत अंक लाने पर साजिद खान तथा बीएसटीसी में 85 प्रतिशत अंक लाने पर खुशबू बानों को गोल्ड मेडल, शील्ड, प्रमाण-पत्र तथा एक-एक साइकिल उपहार में भेंट की गई। इसके अलावा समारोह में समाज की करीब 300 प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया। जिसमें 30 गोल्ड मेडल तथा 25 सिल्वर मेडल दिए गए।