
नई दिल्ली। अगर आपको लगता है सिर्फ गहने बनाने के लिए सोना इस्तेमाल किया जाता है तो हम आपको बता दें कि सोने की महत्ता सिर्फ यहीं तक सिमित नहीं है। सोना कई बीमारियों के इलाज में भी उपयोगी है। प्रोस्टेट कैंसर, एचआईवी और मलेरिया की टेस्टिंग के आलावा रुमेटॉइड आर्थराइटिस को ठीक करने के लिए सोने का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें रेडियोएक्टिव आइसोटोप होते हैं जिसकी मदद से कुछ खास तरह के कैंसरों को भी ठीक किया जाता है।
धरती पर कैसे आया सोना?
माना जाता है 4 अरब साल पहले एक उल्का पिंड के टकराने से धरती पर कुछ कीमती धातुओं का जन्म हुआ। ब्रिस्टल युनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की मानें तो उल्का पिंड के इस तरह टकराने की वजह से वो चीजें धरती पर ही रह गईं। समय के साथ-साथ ये कीमती धातुएं बारिश के पानी की वजह से धरती की अंदर की सतह पर जा पहुंची।
कितना शुद्ध होता है सोना
सोने की खास बात ये होती है कि ये इतना शुद्ध धातु है कि ये शरीर के अंदर जाकर की जहरीला नहीं होता। ये धातु जंग रहित होता है जिसकी वजह से शरीर पर इसका कोई ख़राब असर नहीं होता। गौरतलब है कि सोना खाने से शरीर को भले ही कोई पोषण नहीं मिलता। यूएनईपी की 2009 में एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोबाइल फोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक कचरे के प्रति एक टन में कम से कम 340 ग्राम सोना होता है।
Published on:
25 Sept 2019 01:56 pm
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