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सबसे बड़ा दावा- बंदर नहीं बल्कि ये थे हमारे सबसे पुराने पूर्वज

वैज्ञानिकों के इस दावे से मानव विकास से जुड़ी जीव-विज्ञानी बहस सुलझती नज़र आ रही है।

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नई दिल्ली। दुनिया में इंसानों और अन्य जीवों के प्राचीन इतिहास को लेकर समय-समय पर वैज्ञानिक तथ्य सामने आते रहे हैं। एक नए अध्ययन की मानें तो बहुत अरसे पहले इंसानों का पूर्वज समुद्री एक जीव था। वैज्ञानिकों का दावा है कि समुद्री स्पंज इंसानों और दूसरे जीवों के सबसे पुराने पूर्वज रहे होंगे। वैज्ञानिकों के इस दावे से मानव विकास से जुड़ी जीव-विज्ञानी बहस सुलझती नज़र आ रही है। जीन से जुड़े पिछले विश्लेषणों को देखा जाए तो इस बात को लेकर भ्रम रहता था कि समुद्री स्पंज हमारे सबसे पुराने पूर्वज हैं जो की ‘कॉम्ब जेली’ के नाम से जाने जाते हैं।

समुद्री स्पंज की विशेषता यह है कि यह अधिकतर समुद्री, पानी सोखने वाले फिल्टर फीडर हैं जो खाद्य पदार्थों के कणों को छानने के लिए अपने मैट्रिक्स के ज़रिए पानी पंप करते हैं। ‘कॉम्ब जेली’ बाकी जानवरों में सबसे सरल जीव माना जा रहा है। इस समुद्री जंतु का शरीर जेलिफिश जैसा होता है। ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के शोधकर्ताओं की अगुवाई में हुए नए शोध में इस भ्रम की स्थिति की वजह से पहचान की गई और खुलासा किया गया कि स्पंज ही इंसानों और दोअरे जानवरों के सबसे पुराने पूर्वज हैं। इन शोधकर्ताओं और वज्ञानिकों ने 2015 और 2017 के बीच जारी किए गए सभी प्रमुख जीनोमिक डेटा का विश्लेषण किया। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के डेविड पिसानी ने बताया, 'तथ्य यह है कि स्पंज या 'कॉम्ब जेली' में से कौन पहले आया, इसके बारे में परिकल्पना तंत्रिका तंत्र एवं पाचन तंत्र प्रणाली जैसी मुख्य जंतु प्रणालियों के विकास से जुड़ी है यह सारे तथ्य एक अलग इतिहास की तरफ इशारा करते हैं'।

वैज्ञानिकों का यह अध्ययन ‘करेंट बायोलॉजी’ नाम की पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। डेविड पिसानी बताते हैं, 'जीवों के विकास क्रम की जड़ की कड़ी के सही क्रम को जानना हमारे अपने विकास और जीवों की शारीरिक संरचना के अहम पहलुओं के मूल रूप को समझने की बुनियादी जरूरत है।'