28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रहस्यमयी ढंग से मर रहा है दुनिया का सबसे गहरा तालाब बाइकाल

विभाग ने बताया कि बाइकाल का जैव भार 15 सालों के अंदर 25 मिलियन टन से घटकर महज 10 मिलियन टन रह गया है।

2 min read
Google source verification

image

Jameel Ahmed Khan

Oct 19, 2017

Lake Baikal

Lake Baikal

मॉस्को। हाल के समय में दुनिया का सबसे गहरात तालाब 'लेक बाइकाल' अपने सबसे बुरे संकट से गुजर रहा है। यहां सरकार ने एक खास मछली के पकडऩे पर रोक लगा दी है जो सदियों से इस तालाब में रह रही थी। हजारों की संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर खींचने वाला यह तालाब पिछले कुछ सालों से हानिकारक घटनाओं ने जकड़ लिया है। कुछ घटनाएं तो वैज्ञानिकों के लिए भी पहेलियां बनी हुई हैं।

हैरान करने वाली घटनाओं में ओमूल मछली का गायब होना, बदबूदार शैवार का बढऩा और स्थानीय प्रजातियों के स्पंज की मौत शामिल हैं। तालाब ७.९ मिलियन एकड़ इलाके में फैला हुआ है। रूस के साइबेरिया में स्थित बाइकाल में दुनिया के पांचवे भाग का स्वच्छ पानी है और यह यूनेस्को की धरोहर सूचि में शामिल है।

बाइकाल में मौजूद उच्च जैव विविधता में 3600 पौधे और जीव जंतुओं की प्रजातियां हैं जिनमें से अधिकतर इस तालाब में स्थानीय रूप से पाई जाती हैं। तादाद पर नकारात्मक असर नहीं पड़े, इसलिए रूस के मत्सय पालन विभाग ने अक्टूबर के शुरुआत में ही ओमूल मछली के पकडऩे पर रोक लगा दी है। यह मछली सैलमन प्रजाति की 'रिश्तेदार' है।

विभाग ने बताया कि बाइकाल का जैव भार 15 सालों के अंदर 25 मिलियन टन से घटकर महज 10 मिलियन टन रह गया है। स्थानीय मछली पकडऩे का काम करने वाले जैवविविध एनातोली मामोनटोव ने बताया कि मछली की आबादी में आई कमी गैरकानूनी तरीके से हो रही ओमूल का शिकार इसकी वजह हो सकती है।

गन्ना तनाव कम कर बढ़ाता है नींद : शोध
टोक्यो। उन लोगों के लिए एक अच्छी खबर है, जिनकी तनाव के कारण नींद पूरी नहीं हो पाती। भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने पाया कि गन्ने और अन्य प्राकृतिक उत्पादों में पाए जाने वाला एक सक्रिय तत्व तनाव को खत्म कर नींद बढ़ा देता है। शोध में पाया गया कि वर्तमान में उपलब्ध नींद की गोलियां तनाव पर कोई असर नहीं करतीं और उनके काफी दुष्प्रभाव भी होते हैं।

महेश कौशिक और जापान के त्सुकूबा विश्वविद्यालय के योशिहिरो उरादे के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने पाया कि ऑक्टाकोसोनॉल तनाव को कम कर देता है और नींद को वापस सामान्य स्तर पर ले आता है।

यह यौगिक पदार्थ विभिन्न दैनिक खाद्य पदार्थों, जैसे कि गन्ना, चावल की भूसी, गेहूं के बीज का तेल, मधुमक्खी मोम आदि में प्रचुर मात्रा में मौजूद है। पत्रिका 'साइंटिफिक रिपोट्र्सÓ में प्रकाशित शोध के मुताबिक, खून के प्लाज्मा में कोर्टिकोस्टेरोन का स्तर बढऩे से मानव में तनाव बढ़ता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि ऑक्टाकोसैनल एक यौगिक पदार्थ है, जो गन्ने के रसमें पाया जाता है। यह तनाव के कारण अनिंद्रा के उपचार के लिए उपयोगी हो सकता है।