मीडिया बातचीत ने कमलनाथ ने प्रदेश सरकार आदिवासियों से भेदभाव करने का आरोप लगाया है। साथ ही, उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। कमलनाथ ने कहा कि, जिस घटना के एक नहीं कई वीडियो वायरल हो चुके हैं। साथ ही, पूरा गांव इस घटना को होते हुए देख रहा है। ऐसे मामले की जांच होने में इतना विलंब क्यों हो रहा है। फिलहाल, मामले की एसआईटी जांच चल रही है।
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ये था मामला
बता दें कि, बीते दिनों जिले के कुरई पुलिस थाने की बादल पार पुलिस चौकी के अंर्तगत गांव सिमरिया में दो आदिवासियों की पीट पीट कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में 6 नामजद हत्यारों के साथ 10 अज्ञात हमलावरों की रिपोर्ट भी पुलिस थाने में दर्ज है। इस मामले पर विपक्षी दलों का कहना है कि, राजनीतिक दबाव में पुलिस मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही, क्योंकि उनका संबंध सत्ताधारी पार्टी से जुड़े संगठनों से है। जबकि, पुलिस ने बताया कि, इस पूरे मामले में 9 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपितों की तलाश में टीमें अलग अलग स्थानों पर दबिश दे रही हैं। अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
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घटना में दो की मौत, एक घायल
बता दें कि, सोमवार रात लगभग तीन बजे करीब 15-20 दक्षिणपंथी कथित गौ रक्षकों ने गोकशी के शक पर सिमरिया गांव निवासी 52 वर्षीय धनसा इनवाती, 35 वर्षीय सागरगांव निवासी संपत बट्टी और ब्रजेश को घेर लिया। कथित गौ रक्षकों ने इन तीनों पर गोमांस ले जाने का आरोप लगाते हुए लाठी-डंडों से हमला कर दिया और बेरहमी से पीटा ,जिससे दो आदिवासियों धनसा और संपत की मौत हो गई थी, जबकि बृजेश नामक एक अन्य आदिवासी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।