
शहडोल। मध्यप्रदेश के शहडोल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जनजातीय गौरव दिवस समारोह में पेसा एक्ट लागू कर दिया। पेसा एक्ट लागू करने वाला मध्यप्रदेश देश का 7वां राज्य बन गया। इससे पहले 6 राज्यों ने इसे लागू किया था। बिरसा मुंडा जयन्ती के मौके पर मध्यप्रदेश में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जा रहा है। राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू का यह पहला मध्यप्रदेश दौरा है।
शहडोल में मंगलवार को जनजातीय गौरव दिवस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत आदिवासियों की पारंपरिक मुकुट पहनाकर और पारंपरिक नृत्य से भी स्वागत किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश की मंत्री मीना सिंह मांडवे, विजय शाह, बिसाहूलाल सिंह और प्रेम सिंह पटेल भी उपस्थित थे।
इस मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। जनजातीय समाज से हमारी तपस्वी बहन हमारे भारत की राष्ट्रपति है। नरेंद्र मोदीजी अद्भुत नेता हैं। उनके नेतृत्व में गौरवशाली और वैभवशाली भारत का निर्माण हो रहा है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज से नए पेसा के नियम लागू हो रहे है। ये पेसा कानून किसी के खिलाप नहीं है। यह कानून शहरों में नहीं, गांवों में लागू होगा।
भारतमाला परियोजना के भोपाल प्रोजेक्ट का शिलान्यास
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शहडोल के बाद थोड़ी देर में भोपाल पहुंच रही हैं। वे भारतमाला परियोजना में एनएच 46 (पुराना एनएच69) औबेदुल्लागंज से बैतूल इंटर कोरिडोर मार्ग जो भोपाल से नागपुर को कनेक्टिविटी देता है, उसका वर्चुअल शिलान्यास करने वाली हैं। यह सड़क 12.38 किमी रातापानी एरिया के बीच में से गुजरेगी। यह मार्ग काफी समय से अधूरा पड़ा हुआ था।इस मार्ग में वन्य जीव अभयारण्य क्षेत्र में वन्यजीवों के लिए अंडरपास के साथ बनाया जाएगा।
shahdol updates
शहडोल में क्या बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
3.15 pm
द्रौपदी मुर्मू ने सभी देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के रूप में यह मेरी मध्य प्रदेश की पहली यात्रा है। इतनी बड़ी सख्या में उपस्थित भाई-बहनों के बीच आकर मैं बहुत प्रसन्न हूं।
3.05 pm
मध्यप्रदेश में डेढ़ करोड़ की आबादी जनजातीय समाज की है। जो देश में सबसे ज्यादा इसी राज्य में है। जनजातीय विकास गाथा की प्रदर्शनी देख मैं बहुत प्रसन्न हूं। मेरी पहली मध्यप्रदेश यात्रा मंगलवार को मंगलमय हो गई।
3.00 pm
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन शुरू।
2.45 Pm
क्या बोले सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन मे ंकहा कि आज से पेसा एक्ट के नियम लागू किए जा रहे हैं। यह पेसा कानून किसी के खिलाफ नहीं है। यह कानून शहरों में नहीं गांवों में लागू होगा। सामाजिक समरसता के साथ ही यह कानून हम लागू कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कई लोग लालच में छल-कपट से आदिवासी बिटिया से शादी कर लेते हैं। उनके नाम से जमीनें खरीद लेते हैं, लेकिन अब यह नहीं होगा। मध्यप्रदेश की धरती पर धर्मांतरण का कुचक्र नहीं होने देंगे। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि पेसा एक्ट लागू हो जाने से ग्राम सभा बहुत शक्तिशाली हो गई है। शिवराज सिंह चौहान ने नशा और शराब के बारे कहा कि अब ग्राम सभा की अनुमति के बगैर नई शराब दुकान नहीं खुल सकेगी। नशा नाश की जड़ है।
सीएम चौहान ने कहा कि प्रदेश के 89 विकासखंडों के ग्रामीण इलाकों में लागू हो रहे पेसा एक्ट से आदिवासियों के जीवन स्तर में बदलाव आएगा। पेसा के नियम समरसता और सद्भाव के संवाहक बनेंगे। इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि ग्राम पंचायत या ग्राम सभा ऐसी किसी गतिविधि का समर्थन नहीं करेगी जिसमें सामाजिक सद्भाव व समरसता को ठेस पहुंचे। एक्ट में आदिवासियों को जल, जंगल और जमीन के उपयोग और सुरक्षा को लेकर अधिकार दिए गए हैं।
एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति का स्वागत
इससे पहले जबलपुर एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत किया गया। राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी अगवानी की। इसके बाद वे शहडोल गईं। शाम को ही वे भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगी। राजधानी भोपाल में शाम को कार्यक्रम में भाग लेंगी और भोपाल स्थित राजभवन में विश्राम करेंगी। बुधवार को वे दिल्ली रवाना हो जाएंगी।
Updated on:
15 Nov 2022 03:55 pm
Published on:
15 Nov 2022 02:45 pm
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