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बसपा नेता ने मरने से पहले वीडियो बनाकर पुलिसवालों पर लगाया धक्का देने का लगाया आरोप

शाहजहांपुर में एक पुलिस से जुड़ा मामला सामने आया। यहां एक बसपा नेता छत से गिरकर घायल हो गए थे। उन्होंने मरने से पहले एक वीडियो बनाया, जिसमें आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें छत से धक्का दिया, जिससे उनकी कमर में चोट आई।

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छत से गिरकर घायल हुए सत्यभान, अस्पताल में तोड़ा दम, PC- Video Grab

शाहजहांपुर : उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में पुलिस की बर्बरता का मामला सामने आया है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के जोन प्रभारी सत्यभान (50) की मौत के बाद परिजनों ने तिलहर थाने के दरोगा राहुल सिसोदिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दावा है कि बेटे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम ने मारपीट की और उन्हें छत से नीचे धकेल दिया। मौत से पहले सत्यभान ने वीडियो में बयान दिया, जिसमें उन्होंने दरोगा पर गालियां देने और धक्का देने का इल्जाम लगाया। पुलिस ने पत्नी की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली है, जबकि एसपी ने जांच का आश्वासन दिया है।

मंगलवार देर रात तिलहर थाना क्षेत्र के मोहज्जमपुर गांव में सनसनीखेज घटना घटी। बसपा के कटरा विधानसभा क्षेत्र के जोन-3 प्रभारी सत्यभान अपने घर में थे, जब पुलिस टीम उनके बेटे अभिषेक को पकड़ने पहुंची। अभिषेक पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज है, और वह फरार चल रहा है।

परिजनों के मुताबिक, पुलिस ने घर के दरवाजे पर लात मारी और तोड़ दिया। बिना वारंट के अंदर घुसकर गाली-गलौज की। सत्यभान छत पर थे, जहां जाकर पुलिस ने उन पर हमला बोला। बेटे कुलदीप ने बताया, 'दरोगा राहुल सिसोदिया और उनके साथी ने पिता को 10-15 मिनट तक पीटा। फिर छत से नीचे धकेल दिया। पिता के मुंह में मिट्टी घुस गई थी। हम उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर होने के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।'

मौत से ठीक पहले सत्यभान ने वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने कहा, 'दरोगा राहुल सिसोदिया ने मुझे गंदी-गंदी गालियां दीं। मुझे धक्का दिया, मेरी कमर टूट गई।' यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और मामले को तूल दे रहा है।

आरोपी को गिरफ्तार करने गई थी पुलिस

22 अगस्त 2025 को सत्यभान के बेटे और उनके पड़ोसी का झगड़ा हुआ था। परिजनों का आरोप है कि पड़ोसियों ने मारपीट की और हवाई फायरिंग भी की। लेकिन, पुलिस ने उल्टा अभिषेक के खिलाफ हत्या के प्रयास की FIR दर्ज कर ली। डर से अभिषेक घर छोड़कर फरार हो गया।

बड़े बेटे कुलदीप ने खुलासा किया, 'पिता ने कई बार पुलिस से कहा कि चार्जशीट दाखिल करें, हम भाई को कोर्ट में हाजिर कर देंगे। लेकिन, दरोगा ने नाम निकालने के लिए डेढ़ लाख रुपये मांगे। पैसे न देने पर धमकी दी और लगातार दबिश डाली।' एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि अभिषेक दिल्ली में होने की जानकारी मिली है, इसलिए वहां टीम भेजी गई है।

FIR में जातिसूचक शब्दों का जिक्र

परिवार ने साफ कहा कि वे अनुसूचित जाति (SC) समुदाय से हैं, जबकि FIR करने वाले पड़ोसी ऊंची जाति के हैं। कुलदीप बोले, 'हम इज्जत से कमाकर रोटी खाते हैं, पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन जातिगत दुर्भावना से हमें प्रताड़ित किया जा रहा है। ये सब हो रहा है।'

एक दरोगा और उसके साथी के खिलाफ FIR

देर शाम बसपा नेता रेखा गुप्ता ने दरोगा राहुल सिसोदिया और उनके एक साथी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया। एसपी राजेश द्विवेदी ने कहा, 'मामला संज्ञान में है। शव का पंचनामा हो चुका है। पूरी जांच कराई जा रही है। अगर आरोप सही पाए गए, तो सख्त कार्रवाई होगी।'