
1-2 rupee coins banned RBI rules sheopur (फोटो- सोशल मीडिया)
1-2 rupee coins banned: प्रदेश का श्योपुर शहर एक ऐसा शहर बन गया है जहां भारतीय मुद्रा का चलन पूरी तरह से बंद हो गया है। आमजन तो भारतीय मुद्रा के चलन को राजी है, लेकिन दुकानदार, व्यापारियों ने ऐसी व्यवस्था बनाई बनाई कि, अब श्योपुर जिले में एक या दो सिक्के चलना तो दूर की बात दिखना भी बंद हो गए है। यही वजह है कि, अब एक दो रुपये की वस्तुओं के लिए आमजन को अब सीधे पांच रुपए खर्च करने पड़ रहे है।
शहर ही नहीं बल्कि जिलेभर में एक-दो के सिक्कों का चलन पूरी तरह से बंद हो गया है। इसका गरीब तबके के लोगों पर ही नहीं बल्कि आमजन पर भी असर पड़ रहा है। क्योंकि, हर छोटी व कम कीमत की वस्तुओं के लिए व्यक्ति को सीधे पांच-दस रुपए खर्च करने पड़ रहे है। (mp news)
टॉफी, हो या शैंपू, फोटो कॉपी करवानी हो या ब्लेड खरीदनी हो आमजन को एक रुपये की बजाए सीधे पांच रुपए देने पड़ रहे है। हालांकि, प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही राजस्थान, यूपी सहित अन्य सभी प्रदेशों में एक-दो रुपए के सिक्के प्रचलन में है। लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण श्योपुर ही एक मात्र ऐसा जिला उभरकर सामने आ रहा है, जहां भारतीय मुद्रा का बहिष्कार सा कर दिया गया है। (mp news)
यदि कोई एक-दो रुपए का सिक्का लेने से मना करता है तो उसकी शिकायत संबंधित बैंक या पुलिस से कर सकते हैं। चलन वाले सिक्के न लेने पर संबंधित दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा सकती है। उसके खिलाफ भारतीय मुद्रा अधिनियम व आइपीसी के तहत कार्रवाई होगी। रिजर्व बैंक के निर्देश हैं कि, जो भी एक रुपये का छोटा सिक्का नहीं लेगा, उसके खिलाफ भारतीय करेंसी का अपमान करने का मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। (mp news)
एक-दो रुपए कीमत की तमाम सामग्रियां बाजार में उपलब्ध है, लेकिन विडंबना की बात यह है कि, इन एक-दो रुपए की सामग्री को खरीदने के लिए हमें अपनी जेब से पांच रुपए ही खर्च करने पड़ रहे है। 1 रुपए की माचिस हो या 1 रुपए वाली मिठी सुपारी या तो आपको आवश्यकता न होने पर भी पांच खरीदनी पड़ेगी या फिर 1 रुपये की सामग्री के पांच रुपए अदा करने पड़ेंगे। यही वजह है कि, आमजन व गरीब तबके के लोगों पर यह अघोषित व्यवस्था भारी पड़ रही है। (mp news)
श्योपुर एक मात्र ऐसा जिला है जहां एक-दो रुपए के सिक्के पूरी तरह से बंद कर दिए गए है। प्रशासन को मुनादी आदि करवाकर फिर से भारतीय मुद्रा का चलन शुरु करवाना चाहिए।- आशीष शर्मा, शहरवासी
एक रुपए की हर वस्तु के लिए सीधे पांच रुपए खर्च करने पड़ते है। एक-एक रुपये करके हर माह 100-200 रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है। यह व्यवस्था गलत शुरु हो गई है।- महावीर वैष्णव, शहरवासी
एक व दो के सिक्कों का चलन यहां बंद हो गया है तो इसे हम दिखवा लेते है, साथ ही इनके चलन की दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे।- गगन मीणा, एसडीएम, श्योपुर
Published on:
22 Sept 2025 03:37 pm
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