
शिक्षकों के एक व्हाट्सएप ग्रुप में 'जय श्रीराम' शब्द को पाखंड बताया (सोर्स: पत्रिका फाइल फोटो)
Jai Shri Ram controversy: शुक्रवार को शिक्षकों के जिला स्तरीय संगठन श्योपुर पीएमयूएम वाट्स एप ग्रुप में शिक्षक के द्वारा 'जय श्रीराम' शब्द पर आपत्ति जताते हुए लिख दिया गया कि 'यह ग्रुप पढ़े लिखे लोगों का ग्रुप है किसी अंधभक्ति के लिए नहीं ऐसे अंधभक्त के द्वारा जो पोस्ट डाली गई है उसे ग्रुप से हटा देना चाहिए जो पाखंड भरी पोस्ट डाल रहा है।' हालांकि, मामले ने तूल पकड़ा तो शिक्षक ने ग्रुप पर पत्र डालकर माफी भी मांग ली। बताया गया है कि, विजयपुर क्षेत्र के अगरा संकुल के अंतर्गत खजूरी शासकीय विद्यालय में पदस्थ शिक्षक घनश्याम शाक्य ने शिक्षक संगठन के याट्स एप ग्रुप पर लिखे जय श्रीराम शब्द को पाखंड से जोड़कर पोस्ट कर दिया।
ग्रुप में किसी शिक्षक ने जय श्रीराम शब्द लिखकर पोस्ट कर दिया था जिसको लेकर घनश्याम शाक्य शिक्षक के द्वारा पलटवार करते हुए जय श्रीराम शब्द को पाखंड मानते हुए उल्टा ग्रुप एडमिन के लिए लिख दिया गया कि, ऐसे शिक्षकों को ग्रुप से हटाया जाए जो शिक्षक पाखंड भरी पोस्ट ग्रुप पर डाल रहे हैं। इसके बाद ग्रुप में अन्य सदस्यों ने शिक्षक के खिलाफ वाट्स एप ग्रुप पर ही हल्ला बोल दिया और जय श्रीराम, जय श्रीराम शब्द का लगातार उच्चारित करते गए और संबंधित शिक्षक से माफी मांगने की मांग करने लगे। ग्रुप पर बढ़ते बयाल को देखते हुए शिक्षक घनश्याम शाक्य ने भी देर नहीं की और ग्रुप पर माफीनामा पत्र पेश कर मांफी भी मांग ली।
सीएसपी संकुल सहसराम राजेश शुक्ला ने बताया कि अगर पाखंड नजर आएगा तो फिर क्या रहा संसार में। इसलिए ऐसे शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए हम जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत करेंगे, क्योंकि इस तरह की टिप्पणी अशोभनीय है। हालांकि शिक्षक ने माफी मांग ली है तो अभी हम इस पर विचार कर रहे हैं कि, शिकायत करें या नहीं।
आपत्तिजनक मेसेज करने वाले शिक्षक ने कहा कि यह बात सही है कि, मुझसे जल्दबाजी में गलती हुई है, लेकिन जिन्होंने ग्रुप पर जो कमेंट लिखे यह भी गलत थे. जिन्हें उन्होंने डिलीट कर दिया, इसलिए मैंने लिखा। फिर भी किसी को ठेस लगी इसके लिए मैंने लिखित माफी भी मांग ली है। लेकिन जिन्होंने मेरे ऊपर बाद में गलत टिप्पणी की है उस पर भी कार्रवाई होना चाहिए।
वहीं इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी श्योपुर एमएल गर्ग ने कहा कि 'ग्रुप पर की गई टिप्पणी का मैंने अवलोकन किया है यह गलत है, लेकिन शिक्षक के द्वारा माफीनामा पेश कर माफी मांग ली गई है। लेकिन इसके बाद अन्य शिक्षकों ने भी गलत टिप्पणी की है उन्हें भी यह नहीं करना चाहिए। किसी को किस में विश्वास है यह अपने मन में रखकर रहना चाहिए फिर भी अगर ग्रुप से संबंधित कोई भी शिक्षक लिखित शिकायत करेगा तो हम निश्चित तौर पर इस तरह की लापरवाही पर जवाब मांगेंगे।'
Updated on:
01 Jun 2025 12:00 pm
Published on:
01 Jun 2025 11:54 am
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