
vijaypur buffalo death mystery disease sheopur (फोटो- Patrika.com)
MP News- श्योपुर के विजयपुर में बारिश के सीजन में समय पर पशुओं का वैक्सीनेशन नहीं हो पाने के चलते अज्ञात बीमारी से दो गांव में दो दर्जन से अधिक भैसों की मौत हो गई है, इस घटना से पशुपालकों में हड़कंप मचा हुआ है। बताया गया है कि, विजयपुर क्षेत्र के दो दर्जन से ज्यादा गांवों में करीब एक सैकड़ा से ज्यादा पशुओं में अज्ञात बीमारी (Mystery Disease) फैल गई है, जिसके जिसके चलते एक सप्ताह के अंदर ही दो गांवों के बीच दो दर्जन से अधिक भैसों की मौत होना बताई जा रही है।
पशुओं में फैल रही अज्ञात बीमारी से कारण ही पशुपालकों में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए पशुपालन विभाग लगातार वैक्सीनेशन का कार्य कर रहा है लेकिन भैंसों की मौत होने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। गोपालपुर, शिवलालपुरा व चंदेली गांव पशुपालकों दो दर्जन ज्यादा भैसों की मौत हुई है।
विजयपुर क्षेत्र के गोपालपुर, शिवलालपुरा, चंदेली, मैदावली, बांगरोद, इकलोय, मढ़ा, ऊपया, गॉहरा, दौर्य, दाऊयपुर इटवई, रनावद, गही, पिपरवास, अरौंद आरोदा, छापर, सिथैयापुरा आदि यो दर्जन से ज्यादा गांवों में अज्ञात बीमारी फैलने से पशुपालकों में हड़कंप मचा हुआ है।
पशु पालन विभाग द्वारा बताया गया है कि, वैक्सीनेशन जारी है लेकिन पशुपालक गंभीर नहीं है न ही सहयोग करते हैं। बारिश के सीजन में मौसमी बीमारियों से बचाने के लिए टीम लगातार गांवों में शिविर लगाकर वैक्सीनेशन का कार्य कर रही है। कुछ पशुपालक टीका लगवाना नहीं चाहते हैं। बिना वैक्सीनेशन भैंस के बीमार होने के हालात बन जाते है।
अज्ञात बीमारी के चलते सबसे ज्यादा मौतें इन गांवों में हुई है और बीमार भी है। गोपालपुर गांव में शिवलाल धावाड़ की 1, रामसिंह धाकड़ की 1. प्रभु, कुशवाह की 3. राद्धर धाकड़ की 1. मनोज राठौर की 1. महेश धाकड़ की 1. भजन चाकड़ की 1 एवं सुनील धाकड़ की 1 भैंस की मौत हुई है, जबकि इसके अलावा आधा दर्जन से ज्यादा पशुपालकों की गैसों बीमारी की चपेट में हैं। इसी प्रकार चंदेली गांव में भी 8 व शिवलालपुरा में 3 भैसों की मौत होना बताई गई है।
हां इस तरह से मौसमी बीमारियों की शिकायतें मिल रही हैं लेकिन हम पहले से ही पशुओं में टीकाकरण का कार्य कर रहे हैं। लेकिन कुछ गांवों में पशुपालक बीमारियों को लेकर गंभीर नहीं है और हम लोगों का सहयोग नहीं करते हैं, न ही टीकाकरण करने देते हैं इसलिए यह हालात कभी कभी बन जाते हैं। लेकिन जिस गांव में बताया गया जा रहा है यहां की हम जानकारी लेते हैं और शिविर भी लगाएंगे।- डॉ. जीएस गहलोत, खंड पशु चिकित्सा अधिकारी विजयपुर
मेरी एक मेस दो पहिया मर गई। मेरे पूरे अचानक मर परिवार का भरण-पोषण इन से ही चल रहा था। अब परेशानी का सामना करना पड़ेगा। हमारे यहां कोई भी पशु विभाग के अधिकारी कर्मवारी नहीं आए है, जबकि हमने बीमारी जैसी सूचना भेज दी थी।- प्रभु कुशवाह, पशुपालक निवासी गोपालपुर
मेरी जैस बीमार है. मैंने डायल नंबर भी लगाया, लेकिन पशु विभाग की गाडी नहीं आई जिसके बाद मैंने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई उसके बाद गाडी गोपालपुर आई लेकिन मेरी भैंस ठीक नहीं हुई है। - कल्याण श्रीवास, पशुपालक निवासी गोपालपुर
हमारे गांव में आशात बीमारी की चपेट में आने से मेरी बैंस अचानक मर गई जबकि दो गांव में भी मरी है। है जबकि मेरा तो केवल भैंस के दूध से ही रोजगार चल रहा था।- सगीर खान, पशुपालक निवासी शिवलालपुरा
Published on:
14 Aug 2025 12:14 pm
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