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एमपी में भाजपा सांसद के बेटे-बहू कलेक्टर चैंबर के बाहर ‘धरने’ पर बैठे

mp news: भाजपा सांसद के बेटे ने कहा तीन साल पहले दो लाख रुपये शुल्क जमा किया, दस्तावेज भी दिए फिर भी नहीं हुआ काम....।

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sidhi

bjp sansad son and daughter in law sit in protest outside collector office (source-patrika)

mp news: मध्यप्रदेश के सीधी में कलेक्ट्रेट परिसर में उस वक्त अजीब स्थिति बन गई जब सीधी से भाजपा सांसद डॉ. राजेश मिश्रा के बेटे व बहू कलेक्टर चैंबर के बाहर जाकर बैठ गए। इतना ही नहीं दोनों ने साफ साफ लफ्जों में कहा कि अब जब तक उनका काम नहीं हो जाता वो यहीं पर बैठे रहेंगे। इस बात की जानकारी लगते ही एसडीएम उन्हें मान मनौव्वल कर अपने चैंबर में ले गए और फिर कलेक्टर को पूरे मामले की सूचना दी।

'जब तक काम नहीं हो जाता यहीं बैठे रहेंगे'

सीधी सांसद डॉ.राजेश मिश्रा के बेटे डॉ. अनूप मिश्रा और बहू डॉ.बीना मिश्रा जैसे ही कलेक्टर चैंबर के बाहर वेटिंग हॉल में बनी सीमेंट की कुर्सी पर जाकर बैठे तो मानो कलेक्ट्रेट में हड़कंप मच गया। कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ऑफिस में नहीं थे और सांसद के बेटे व बहू काम न होने तक वहीं बैठे रहने की जिद पर अड़े थे। इसी बीच एसडीएम गोपद बनास राकेश शुक्ला पहुंचे और किसी तरह मनाकर दोनों के अपने चैंबर में ले गए। एसडीएम ने कलेक्टर को फोन कर सांसद के बेटे और बहू के आने के बारे में बताते हुए मामला बताया तो कलेक्टर ने दोनों को अपने बंगले पर बुला लिया।

ये है पूरा मामला

डॉ.अनूप मिश्रा ने बताया, एआरटी क्लीनिक एवं सेरोगेसी क्लीनिक के पंजीयन के लिए 20 दिसंबर 2022 को आवेदन किया था, जिसकी शुल्क रुपये दो लाख रुपये वर्ष 2022 में ही जमा कर दी गई थी। सभी आवश्यक दस्तावेज भी प्रस्तुत किये जा चुके हैं। प्रशासनिक अमले द्वारा निरीक्षण भी किया जा चुका है, लेकिन अभी तक पंजीयन प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया। उन्होंने बताया, पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा पंजीयन प्रमाण लटकाया जा रहा था, अब जिला प्रशासन की ओर से टाल मटोल किया जा रहा है, इसलिए हमने इस तरह का निर्णय लिया। मामले में कलेक्टर से चर्चा के बाद डॉ.अनूप मिश्रा ने बताया, अतिशीघ्र पंजीयन प्रमाण पत्र जारी कराये जाने का आश्वासन कलेक्टर ने दिया है।