
cm kamlnath
सीधी. आचार संहिता लागू होने 48 घंटे बाद भी वाहनों में राजनीतिक दलों के झंडे व शिला पट्टिकाओं में माननीयों के नाम चमक रहे हैं। शहर में बैनर-होर्डिंग्स जगह-जगह लगे हुए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक सिंह ने रविवार शाम ही अधिकारियों की बैठक लेकर आचार संहिता का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए थे। कुछ जगह सम्पत्ति विरूपण की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है, लेकिन शहर के कई इलाकों में ही निर्वाचन आयोग के निर्देश बेमानी साबित हो रहे हैं। स्थिति ये है कि जिले में अब तक किसी व्यक्ति ने वाहन में झंडा लगाने की अनुमति नहीं ली है। बावजूद शहर के प्रमुख मार्गों पर झंडे लगे सैकड़ों वाहन देखे जा सकते हैं।
सरकार ही कर रही आचार संहिता का उल्लंघन
नवगठित कांग्रेस सरकार ने बड़ी संख्या में शिलान्यास व उद्घाटन की शिलापट्टिकाएं लगवा दी है। लेकिन आचार संहिता लागू होने के बाद उन्हें हटाना या ढंकना उचित नहीं समझा जा रहा। इसमें जनप्रतिनिधियों के नाम अंकित हैं। जिला पंचायत, नगर पालिका सहित विभिन्न वार्डों में ऐसी शिलापट्टिकाएं लगी हुई हैं। नगर पालिका प्रशासन ने आचार संहित प्रभावशील होते ही सम्पत्ति विरूपण के तहत कार्रवाई शुरू कर दी थी। रविवार शाम बाजार क्षेत्र से कई होर्डिंग हटाए गए थे। मुख्य बाजार क्षेत्र से रविवार रात होर्डिंग हटवा दिए गए, लेकिन गोपालदास मार्ग सहित शहर के अन्य इलकों में अब भी कई जनप्रतिनिधियों की होर्डिंग सजी हुई हैं। इन्हें हटवाने की कवायद शुरू नहीं की गई है।
ये है नियम
देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने एक गाइडलाइन तैयार की है। जिसे आचार संहिता कहते हैं। आचार संहिता लागू होने यानी निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा होते ही शासन व प्रशासन में अहम बदलाव हो जाते हैं। राज्य व केंद्र सरकार के कर्मचारी चुनावी प्रक्रिया पूरी होने तक आयोग के मार्गदशर्न में काम करने लगते हैं। आचार संहिता के दौरान सार्वजनिक धन का इस्तेमाल किसी ऐसे आयोजन में नहीं किया जा सकता, जिससे किसी दल विशेष को फायदा पहुंचे। सरकारी गाड़ी, विमान या बंगले का इस्तेमाल प्रचार के लिए नहीं किया जा सकता।
बैठकों तक सीमित कलेक्टर के निर्देश
रविवार शाम 5 बजे चुनाव तिथि घोषित होने के बाद से आचार संहिता प्रभावी हो गई। इसे लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक सिंह ने तत्काल अधिकारियों की बैठक बुलाई और आचार संहिता का पालन कराने के सख्त निर्देश दिए, लेकिन संंबंधित अधिकारी इनका पालन कराना उचित नहीं समझ रहे।
Published on:
12 Mar 2019 06:11 pm
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