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पत्रिका के स्टिंग में चौंकाने वाला खुलासा, नशाखोरी का गढ़ बन रहा एमपी का ये जिला

Patrika Sting : जिले में इन दिनों नशाखोरी चरम पर है। खासकर शहर का कोतवाली थाना क्षेत्र नशाखोरी का हब बनता जा रहा है। इसकी बानगी पत्रिका के स्टिंग ऑपरेशन में देखने को मिली।

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Patrika Sting

बेखौफ फल-फूल रही नशाखोरी (Photo Source- Patrika Input)

Patrika Sting :मध्य प्रदेश के सीधी जिले में इन दिनों नशाखोरी चरम पर है। खासतौर पर शहर का सबसे संवेदनशील क्षेत्र कहलाने वाला कोतवाली थाना इलाका नशाखोरी का बड़ा केंद्र बना हुआ है। इसकी बानगी खुद पत्रिका के कैमरों में कैद हुई है।

दरअसल, पत्रिका द्वारा शहर के चार प्रमुख मार्गों पर स्टिंग ऑपरेशन कर शहर में नशाखोरी और कानून व्यवस्था की उड़ रही धज्जियों का हाल जाना। इस दौरान जो कुछ सामने आया, वो शहरवासियों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों से भी कई गुना ज्यादा था।

पत्रिका के स्टिंग में कैद हुई चौकाने वाली तस्वीरें

पत्रिका द्वारा कैद की गई तस्वीरों से सामने आया कि, शहर में कई नाबालिग पूजा पार्क के पीछे सुलेक्शन के नशे से ग्रसित मिले हैं। जबकि, बुजुर्ग खुलेआम सार्वजनिक स्थल कहे जाने वाले सम्राट चौक कलेक्टर बंगला मार्ग पर पानी टंकी के नीचे शराब का सेवन करते मिले। वहीं, नशे का कारोबार इस कदर फल फूल रहा है कि, ग्राम खैरा में सड़क किनारे खुलेआम माली वर्मा नामक शख्स द्वारा गांजा बेचा जा रहा है। सूत्रों से यहां तक जानकारी प्राप्त हुई है कि, नशे के इस सौदागर को पुलिस तक का संरक्षण प्राप्त है। वहीं, खुर्द स्कूल के पीछे एक युवा कोरेक्स की सप्लाई कर रहे हैं।

नशे की जकड़ में आ रहे छोटे-छोटे बच्चे

पत्रिका की पड़ताल में कई नाबालिग बच्चे सिलोचन आदि नशे में लिप्त पाए गए हैं। लेकिन, नियमों के चलते उनके चेहरे दिखाए नहीं जा सकते, इसलिए उन्हें तस्वीरों में धुंधला किया गया है।

कोतवाली क्षेत्र बना नशाखोरी का गढ़

ये सब शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में इन दिनों धड़ल्ले से चल रहा है और नशे को सौदागरों के बीच पुलिस और कानून का जरा भी डर दिखाई नहीं दे रहा है। फिलहाल, देखना दिलचस्प होगा कि, अब जिम्मेदारों द्वारा क्षेत्र समेत जिलेभर में नसाखोरी पर लगाम लगाने और कानून व्यवस्था दोबारा स्थापित करने के लिए क्या किया जाता है।