सुसाइड नोट में सूदखोरों का नाम
सुसाइड से पहले राजेश जांगिड़ ने पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन लिखकर उसमें सूदखोरों के नाम लिखे हैं। साथ ही उन पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए दबाव में आत्महत्या करने की बात लिखी गई है। सुसाइड नोट में वार्ड 29 निवासी रामनिरंजन सैनी, वार्ड 30 निवासी बाबूलाल बागड़ी, रिणू निवासी सुभाष डोटासरा, जलालसर निवासी प्रमोद मील, बैरास निवासी राजेश रूहेला तथा विद्याधर जाट का नाम लिखा गया है। आरोप है कि उक्त सूदखोर परेशान कर रहे थे। योगेश ने बताया कि इनमें से रामनिरंजन सैनी ने उसके माता-पिता से खाली स्टाम्प पर हस्ताक्षर करवाकर और खाली चैक भी ले लिए। रामनिरंजन सैनी आए दिन उसके पिता को घर व गोदाम को खाली करने की धमकी दे रहा था। सूसाइड से 10 मिनट पहले तक सुभाष डोटासरा उसके पिता के पास बैठा था और उन्हे परेशान कर रहा था।
5 लाख पर चुकाता था 55,000 रुपए महीना ब्याज
सुसाइड नोट में राजेश ने लिखा है कि व्यापार के सिलसिले में उसने बाबूलाल बागड़ी ने पांच लाख रूपए की राशि उधार ली थी। जिसकी एवज में पिछले सात आठ माह से वह 55 हजार रुपए महीने का ब्याज बाबूलाल को दे रहा था। इसके बावजूद उसे लगातार धमकी दी जा रही थी। इसके अलावा फतेहपुर बैंक में कार्यरत विद्याधर जाट पांच लाख रूपए की राशि के एवज में तीन हजार पांच सौ रुपए प्रतिदिन के हिसाब से ब्याज ले रहा था।
ब्याज नहीं देने पर उसने परिवार को जान से मारने की धमकी दी।
व्यापारी के पुत्र योगेश की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया हैं। सुसाइड नोट में राजेश की ओर से बताए गए सभी सूदखोरों को गिरफ्तार करने लिए पुलिस टीम जूटी हुई हैं। जल्द ही सभी का गिरफ्तार कर लिया जाएगा। -बृजमोहन असवाल, पुलिस उपाधीक्षक, लक्ष्मणगढ़ (सीकर)