14 अगस्त 2018 को कार्रवाई के दौरान मुख्य आरोपित रवि सिंह अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। हालांकि टीम के सदस्यों ने दो दलालों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां न्यायालय ने दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए।
राज्य पीसीपीएनडीटी सैल के राज्य समुचित प्राद्यिकारी एवं मिशन निदेशक नवीन जैन ने बताया कि भ्रूणलिंग जांच के आरोप में तीन बार पकड़ा जा चुका रविसिंह फिर से सक्रिय हो गया था। झुंझुनूं सहित अन्य जिलों में काम शुरू कर दिया। सूचना की पुष्टि होने पर रंगे हाथों पकडऩे के लिए योजना तैयार की गई।
गर्भवती को किया तैयार
योजना के तहत सोलाना गांव की एक ऐसी महिला को चिन्हित किया गया, जिसके पहले से दो बेटी हैं। सम्पर्क करने पर रविसिंह ने उसी के घर पर महिला की भ्रूणलिंग जांच करने के लिए तैयार हो गया। आरोपी रवि सिंह ने लोगों से महिला के दो बेटियों की पुष्टि करने के बाद जांच करने के तैयार हुआ।
अंधेरे का उठाया फायदा
13 अगस्त की मध्यरात्रि आरोपी रवि सिंह महिला को घर से लेने आया, लेकिन रात अधिक होने पर परिजनों ने भेजने से मना कर दिया। इस पर आरोपी अगले दिन सुबह चार बजे गर्भवती महिला के घर भ्रूणलिंग जांच करने पहुंचा।
इशारा मिलते ही टीम ने सूरजगढ़ फरट निवासी महिला दलाल फूलमती व चालक सुनील कुमार को टीम के सदस्यों ने पकड़ लिया। जबकि रवि सिंह अंधेरा का फायदा उठाते हुए बाजरे में छिपता हुआ भाग गया। भागने के दौरान सोनोग्राफी मशीन के कुछ उपकरण वही गिर गए, जो कि टीम ने जब्त किए। दलाल फूलमती से हिस्से की राशि के हुबहु नोट बरामद किए।
चौथी बार भागे रवि की तलाश जारी
जैन ने बताया कि मुख्य सूत्रधार रविसिंह की पत्नी फिलहाल में रहकर भ्रूणलिंग जांच करने का कार्य संचालित करती है। उन्होंने बताया कि आरोपित की तलाश की जा रही है। टीम में एएसपी शिल्पा चौधरी, सीआई सीताराम व उमेश निठारवाल, पीसीपीएनडीटी समन्वयक झुंझुनूं दिनेश कुमार, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक विप्लव न्यौला, आशा समन्वयक झुंझुनूं संजीव महला, सीकर समन्वयक नंदलाल पूनियां, कॉस्टेबल लालूराम व शंकर शामिल थे।