
सीकर। जीणमाता मंदिर में देर रात बत्तीसी संघ व पुजारियों के आमने-सामने होने से हालात बिगड़ गए। बत्तीसी संघ के सदस्यों ने मंदिर परिसर में ज्यादा पुजारी होने पर आपत्ति उठाई। समझाइश के दौरान दोनों पक्ष पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से भी उलझ गए। इस वजह से यहां रात लगभग साढ़े बारह बजे दोनों पक्षों के बीच मारपीट भी हो गई। हालांकि, सुबह मंदिर में पूरी तरह से शांति है।
बत्तीसी संघ के सदस्यों ने आरोप लगाया कि दिन में पुजारियों से वार्ता हुई थी। इसमें बत्तीसी संघ के देर रात पूजा करने के दौरान कम पुजारी रहने पर सहमति बनी थी। देर रात तक बत्तीसी संघ सदस्य पूजा करने आए तो 30 से अधिक पुजारी, उनके रिश्तेदार व परिचित यात्री मौजूद थे। इसको लेकर बत्तीसी संघ सदस्यों ने आपत्ति उठाई।
इस दौरान डिप्टी कैलाश कंवर व उपखंड अधिकारी मौनिका सामोर ने भी दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की। एक बार बात बन भी गई, लेकिन पुजारियों के मंदिर परिसर से कम नहीं होने पर बतीसी संघ ने आपत्ति जताई तो प्रशासन ने पुजारियों को समझाया। इस पर कुछ युवा पुजारी आक्रोशित हो उठे। इस बीच तहसीलदार महीपाल महलावत से धक्का-मुक्की हो गई और विवाद खड़ा हो गया।
दोनों पक्षों में जमकर झड़प हो गई। इस दौरान कई के कपड़े भी फट गए। मामले की जानकारी पर सीकर जिला कलक्टर मुकुल शर्मा व एसपी भुवन भूषण यादव भी देर रात जीणामाता पहुंचे। पुजारी व भक्तों के आमने-सामने होने से लगभग दो घंटे तक दर्शन व्यवस्था भी प्रभावित रही।
बत्तीसी संघ व मंदिर पुजारियों के बीच हुए विवाद में कई अधिकारी धक्का-मुक्की में घिर गए। विवाद बढ़ता देख पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मुख्यालय सूचना देकर अतिरिक्त जाब्ता बुला लिया।
सीकर जिला कलक्टर मुकुल शर्मा ने कहा कि जीणमाता में देर रात हुई घटना की जानकारी मिली है। पुजारी व बत्तीसी संघ सदस्यों के आमने-सामने होने से व्यवस्था बिगडऩे की बात प्रांरभिक तौर पर सामने आई है। मामले की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। व्यवस्था बनाने के लिए अतिरिक्त जाब्ता भी लगाया है।
Updated on:
04 Apr 2025 02:02 pm
Published on:
04 Apr 2025 07:46 am
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