सीकर जिले की दांतारामगढ़ पुलिस के अनुसार भारीजा की बाज्या की ढाणी निवासी जीवणराम जाट ने छह जून को बाज्या की ढाणी निवासी प्रहलाद व राजूराम जाट के खिलाफ बेटी संतोष के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था।
25 मई को उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई। पुलिस मामले में पुलिस ने आरोपित प्रहलाद से कई बार पूछताछ की, लेकिन पूरा खुलासा नहीं हो पाया। बुधवार को पूछताछ में पुलिस ने सख्ती बरती तो आरोपी टूट गया।
उसने बताया कि संतोष के साथ उसके अवैध संबंध थे। फिर उसकी सगाई हो गई। आरोपित ने उस पर सगाई तोडऩे का कई बार दबाव बनाया, लेकिन संतोष के मना करने पर वह उसे अजमेर के किशनगढ़ ले गया और वहां उसका गला घोंट कर हत्या कर दी। शव वहीं पटक दिया।
अजमेर पुलिस ने करवा युवती का अंतिम संस्कार
आरोपित प्रहलाद घुमाने के बहाने से संतोष को किशनगढ़ ले गया। वहां दिनभर संतोष को घुमाया और होटल में खाना खिलाया। इस दौरान प्रहलाद ने उस पर रिश्ता तोडऩे का दबाव बनाया, संतोष नहीं मानी तो हत्या कर शव को पुलिया के नीचे फेंक दिया। इतना ही नहीं संतोष की जिस लड़के से सगाई कर रखी थी। उसको भी प्रहलाद ने धमकिया दी व मैसेज किए थे।
किशनगढ़ पु़लिस को 23 मई 2018 को नसीराबाद हाइवे स्थित श्रीनगर रोड पुलिया पर अज्ञात युवती का शव मिला था। छह दिन के प्रयास के बाद भी शव शिनाख्त नही होने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर 29 मई को संतोष का अजमेर जिले में ही अंतिम संस्कार करवा दिया था।
रिश्ते की आड़ में बनाए अवैध संबंध
आरोपितप्रहलाद ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने संतोष की मां को धर्म की मौसी बना रखा है। मुंहबोले रिश्ते की आड़ में प्रहलाद का संतोष के घर 10-12 साल से आना जाना है। करीब ढाई साल पहले उसने संतोष से जबरन शारीरिक संबंध बना लिए। संतोष घर से बाहर जयपुर में पढ़ती थी। वह जब चाहता उसे घुमाने फिराने ले जाता। इसी बीच परिजनों ने संतोष का रिश्ता दूसरी जगह तय कर दिया। प्रहलाद को यह बात नागवार गुजरी। उसने रिश्ता तुड़वाने के काफी प्रयास किए। संतोष पर दबाव बनाया व उसके मंगेतर को धमकी भरे वाट्सअप मैसेज भी किए।
सिलसिलेवार बताई मर्डर की पूरी कहानी
दांतारामगढ़ थानाप्रभारी हेमराज सिंह ने बताया कि प्रहलाद से बार बार बुलाकर पूछताछ की तो पहले तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन बुधवार को उससे कड़ाई से पूछताछ करने पर वह टूट गया और सच उगल दिया। प्रहलाद ने बताया कि संतोष के मर्डर की पूरी कहानी सिलसिलेवार बयां कर दी। उसने बताया कि वह सगाई तोडऩा नहीं चाहती थी कि इसलिए रात को करीब डेढ़ बजे किशनगढ़ भीलवाड़ा हाइवे की पुलिया के पास दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया और मरा हुआ समझकर पुलिया के नीचे धकेल दिया।