8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Sikar News: जिला-संभाग निरस्त होने के बाद किसान यूनियन (टिकैत) का ऐलान, गांवों-कस्बों में मंत्रियों को नहीं घुसने दिया जाएगा

सीकर संभाग व नीमकाथाना जिले के गठन को स्थगित व निरस्त किये जाने की कार्यवाही का भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने कड़ा विरोध जताया है।

2 min read
Google source verification

सीकर

image

Santosh Trivedi

Dec 29, 2024

sikar news today

सीकर। राजस्थान की भजनलाल सरकार की केबिनेट द्वारा सीकर संभाग व नीमकाथाना जिले के गठन को स्थगित व निरस्त किये जाने की कार्यवाही का भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने कड़ा विरोध जताया है। किसान यूनियन (टिकैत) के सीकर जिला अध्यक्ष दिनेश सिंह जाखड़ ने कहा है कि सीकर संभाग व नीमकाथाना जिले के गठन को स्थगित व निरस्त किये जाने की राज्य की भजनलाल सरकार की कार्यवाही से सीकर संभाग के लोगों में भारी असंतोष व गहरा आक्रोश है।

किसान यूनियन (टिकैत) के जिला अध्यक्ष जाखड़ ने कहा है कि पर्ची से कुर्सी पाकर भजनलाल सरकार को जनता के दीर्घकालिक हितों को ध्यान में रखते हुए पिछली सरकार के द्वारा किए गए फैसलों को यथावत रखते हुए आवश्यक वित्तीय संसाधनों के उचित उपयोग एवं प्रशासनिक व्यवस्थाओं को स्थापित करके सीकर संभाग व नीमकाथाना जिले के गठन से लोगों को लाभान्वित करना चाहिए था।

जाखड़ ने कहा है कि लम्बे संघर्ष के बाद मिले सीकर संभाग व नीमकाथाना जिले को निरस्त करके भजनलाल सरकार ने सीकर संभाग की जनता के मानसम्मान को ठेस पहुंचाई है। इस अन्याय को सीकर संभाग के 80 लाख लोगों की पलटन कतई सहन नहीं करेगी। साथ ही सीकर जिले के गांवों व कस्बों में भजनलाल सरकार के मंत्रियों का प्रवेश निषेध किया जाएगा। मंत्रियों को गांव शहर में घुसने नहीं दिया जाएगा।

सरकार ने राजनीति द्वेषता से हटाया जिला

नीमकाथाना जिला अपने पूरे मापदंड करता था। बीजेपी सरकार ने नीमकाथाना जिले को हटाकर गलत किया है। आने वाले समय में बीजेपी सरकार को जनता ब्याज समेत इसका बदला चुकाएगी। जिला बनने के बाद नीमकाथाना में विकास के नए आयाम स्थापित होते। लेकिन, भाजपा सरकार ने जिले को राजनीतिक द्वेषता से हटाया है। मैं नीमकाथाना की जनता के साथ हूं और जिले के लिए जो भी संघर्ष करना पड़े वह किया जाएगा।
सुरेश मोदी, विधायक, नीमकाथाना

यह भी पढ़ें : अपना जिला निरस्त होने के बाद आक्रोश, जिले के बड़े BJP नेता ने सौंपा पार्टी को इस्तीफा

सरकार को फैसला वापस लेना चाहिए

जन भावनाओं को देखते हुए सरकार को फैसला तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिए। नीमकाथाना जिला बनने से सभी तहसीलों के लोगों को लंबे समय बाद जो सुविधाएं मिलना शुरू हुई थी, वह रुक जाएंगी। आम जन की भावना के विरुद्ध यह निर्णय सरकार ने लिया है। अभिभाषक संघ नीम का थाना राजस्थान सरकार से यह मांग करती है कि इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाए।
एड. सत्यनारायन यादव, अध्यक्ष अभिभाषक संघ, नीमकाथाना

यह भी पढ़ें : राजस्थान में रद्द हुए 9 जिले किस-किस जिले में रहेंगे, जानिए

नीमकाथाना जिले को निरस्त करने का भाजपा सरकार ने यह फैसला जनहित में ना लेकर मनमर्जी से लिया है। जिले के लिए हम हाई कोर्ट में रीट लगाएंगे। जिले को यथावत रखने को लेकर उनका जो भी प्रयास रहेगा वह करेंगे।
रमेश खंडेलवाल, पूर्व विधायक एवं कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष

यह भी पढ़ें : गहलोत राज के 9 नए जिलों को भजनलाल सरकार ने क्यों किया रद्द? कैबिनेट मीटिंग के बाद सामने आई वजह

नीमकाथाना जिले को हटाकर भाजपा सरकार ने जनता के मुंह से निवाला छीनने का काम किया है। जिले को निरस्त करने की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। जिले को यथावत रखने की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। नीमकाथाना के लोग किसी भी तरीके से बर्दाश्त नहीं करेंगे। जनता सड़क पर आ जाएगी और सरकार को यह फैसला वापस लेना पड़ेगा।

राजेंद्र सिंह गुढ़ा, पूर्व मंत्री