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आचार संहिता के साए में भर्ती, 35 हजार बेरोजगारों की बढ़ रही चिन्ता

भर्ती एजेन्सियों की कमजोर रफ्तार अब बेरोजगारों की चिन्ता बढ़ा रही है। विधानसभा चुनावों को लेकर अगले महीने प्रदेश में आचार संहिता लागू हो सकती है।

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सीकर

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Nupur Sharma

Sep 29, 2023

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अजय शर्मा

पत्रिका न्यूज नेटवर्क/सीकर। भर्ती एजेन्सियों की कमजोर रफ्तार अब बेरोजगारों की चिन्ता बढ़ा रही है। विधानसभा चुनावों को लेकर अगले महीने प्रदेश में आचार संहिता लागू हो सकती है। ऐसे में बेरोजगारों की ओर से जल्द परिणाम जारी नियुक्ति देने की मांग भी उठने लगी है। शिक्षा विभाग से लेकर चिकित्सा, स्वायत्त शासन, सीईटी सहित कई भर्ती अभी कायदों के फेर में उलझी हुई है।

दूसरी तरफ सरकार की ओर से इस साल बजट में एक लाख भर्ती कराने की घोषणा की गई थी। इसके बाद भी बेरोजगारों को नई भर्तियों का तोहफा नहीं मिल सका है। हालांकि संस्कृत शिक्षा विभाग ने कम्यूटर अनुदेशक भर्ती को गुरुवार को हरी झंडी दी है। यदि चिकित्सा व शिक्षा विभाग की ओर से सभी भर्तियों को अनलॉक किया जाता है तो 35 हजार बेरोजगारों को खुशियां मिल सकती है।

17 परीक्षाओं की तिथि बढ़ाई25 लाख को इंतजार
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से इस साल होने वाली 17 बड़ी परीक्षाओं की तिथि आगे बढ़ा दी है। पहले यह परीक्षा सितम्बर से दिसम्बर के बीच में होनी थी। आचार संहिता की वजह से परीक्षा केन्द्र व स्टाफ की समस्या की समस्या को देखते हुए चयन बोर्ड ने इन परीक्षाओं को अब 2024 में कराने का ऐलान किया है। इन परीक्षाओं का प्रदेश के 25 लाख बेरोजगारों को इंतजार है।

फार्मासिस्ट को दस साल से इंतजार
प्रदेश के फार्मासिस्टों को 10 साल स्थायी नौकरी का इंतजार है। पहले दो बार भी विज्ञप्ति जारी हो चुकी है, लेकिन मामला कायदों के फेर में उलझा रहा। बेरोजगारों ने दो अक्टूबर को नियुक्ति देने की मांग की है। इधर, संविदा कर्मचारियों का कहना है कि कई बार नियमित करने की घोषणा की जा चुकी है। इससे फिर नियमित होने की आस जगी है। हालांकि फ्रेशर अभ्यर्थियों की ओर से परीक्षाओं के जरिए नौकरी देने की मांग की है।

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चिकित्सा विभाग
20546 हजार पदों की भर्ती, अब तक दो श्रेणी का प्रोविजनल परिणाम जारी

चिकित्सा विभाग की ओर से जून व जुलाई महीने में आठ श्रेणी के 20546 हजार पदों पर भर्ती पर आवेदन लिए गए। पहले यह भर्ती परीक्षा बोनस अंकों के विवाद में उलझी रही। इसके बाद फीस के विवाद को लेकर मामला न्यायालय तक पहुंच गया। अब तक विभाग की ओर से महज दो श्रेणी की भर्तियों की प्रोविजननल सूची जारी की गई है। एक्सपर्ट कहना है कि विभाग की ओर से यदि दो अक्टूबर तक भी परिणाम जारी किया जाता है तो बेरोजगारों को नौकरी की राहें खुल सकती है।

चिकित्सा विभाग में इन पदों पर होनी है सीधी भर्ती
फार्मासिस्ट 3067
रेडियोग्राफर 1178
नर्सिंग ऑफिसर 8750
लेब टेक्निशियन 2190
नेत्र सहायक 117
डेंटल टेक्नीशियन 151
एएनएम 4847
ईसीजी टेक्निशियन 246

शिक्षा विभाग
पिछले साल परीक्षा, अब तक ना परिणाम जारी, ना ही मिली नौकरी
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से प्रथम श्रेणी व्याख्याता भर्ती के 6000 हजार पदों की भर्ती के चयनित बेरोजगारों को नौकरी का इंतजार है। बेरोजगारों का कहना है कि पिछले साल 26 विषयों के लिए पिछले साल अप्रेल महीने में विज्ञप्ति जारी हुई थी। अक्टूबर 2022 में परीक्षा होने के बाद भी परिणाम अब तक जारी नहीं हुआ है। बेरोजगारों ने 9 हजार वरिष्ठ अध्यापक की नौकरी भी उलझी हुई है। वहीं तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों को सभी भर्तियों के चयनित देने की मांग भी गूंज रही है।

स्वायत्त शासन विभाग
फायरमैन को नौकरी सफाई कर्मचारियों को साक्षात्कार का इंतजार
स्वायत्त शासन विभाग की भर्तियां भी कायदों के फेर में उलझी हुई है। फायरमैन भर्ती के चयनित अभ्यर्थियों को अब तक नौकरी नहीं मिली है। वहीं सफाई कर्मचारियों की भर्ती के लिए चार महीने पहले आवेदन लेने के बाद भी अब तक साक्षात्कार अनलॉक नहीं हुए है।

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पेपर लीक व कोरोना से टूटे अरमान
आचार संहिता के फेर में भर्ती उलझती हुई दिख रही है। बेरोजगार युवा चार साल से तैयारी में जुटे थे। पेपर लीक और कोरोना की वजह से युवाओं के नौकरी के अरमान टूटे है। अब सरकार को अटकी हुई भर्तियों को जल्द अनलॉक करना चाहिए जिससे बेरोजगारों को नौकरी की खुशियां मिल सके। शिक्षा विभाग व आरपीएससी की वजह से 15 हजार युवाओं की नौकरी का सपना दूर हो रहा है।

हरपाल दादरवाल, एक्सपर्ट