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दलालों के चंगुल में यूं फंस रही सीकर की ये बेटियां, ना-नकूर करने पर मिलती है ऐसी धमकी

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जोगेन्द्र सिंह गौड़
सीकर. मेहनत कर खून-पसीना बहाने वाले मजदूरों की बेटियों के साथ सरकारी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी का खेल खेला जा रहा है। कलक्ट्रेट में सक्रिय महिला दलाल अब-तक सैकड़ों बालिकाओं को अपनी ठगी का शिकार बना चुकी है। महिला ने दलाल ने इनमें प्रत्येक से पांच से दस हजार रुपए की ठगी की है। जिसकी शिकायत पीडि़त बालिकाओं ने कलक्टर से लेकर पुलिस अधीक्षक को सौंपी है। मामला सामने आने पर उसकी गोपनीय स्तर पर जांच भी शुरू कर दी गई है।

शिकायत के अनुसार महिला दलाल उन श्रमिक बेटियों को अपने जाल में फांसती है। जिन्होंने श्रम विभाग में किसी सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर रखा है और इनका काम प्रक्रियाधीन चल रहा है। इनको यह महिला दलाल अपनी रसूख और श्रम विभाग में अच्छी जान-पहचान होने का हवाला देती है। इसके बाद सरकारी योजना का पैसा जल्द स्वीकृत कराने के नाम पर इनसे पांच से दस हजार रुपए वसूल लेती है।

जब कोई बालिका ना-नकूर करती है तो उसका काम बीच में रुकवा देने की धमकी देकर उनका मुंह बंद कर देती है। ग्राहकों को विश्वास दिलाने के लिए महिला दलाल ने अपना अड्डा कलक्ट्रेट परिसर व उसके आस-पास बना रखा है। ताकि उच्च अधिकारियों से सांठ-गांठ होने का भ्रम श्रमिकों में फैला सके। राजस्थान पत्रिका के पास वो रिकार्ड मौजूद है। जिसमें महिला दलाल द्वारा इन बेटियों से सांठ-गांठ कर ठगी का खेला गया है।

एडवांस दिए दस हजार
लक्ष्मणपुरा के सुरेंद्र का कहना है कि उसने अपनी बहन संगीता के लिए शुभ शक्ति योजना में 55 हजार की सहायता के लिए महिला दलाल के चंगुल में फंस गया था। काम होने के बदले महिला दलाल ने एडवांस दस हजार रुपए लिए और इसके बाद काम कराने के नाम पर चक्कर कटाने लगी थी। हालांकि महीनों बाद उसका काम हो गया था। सबलपुरा के विकास ने भी अपनी बहन को सुकन्या योजना का लाभ दिलाने के लिए महिला दलाल के पास आठ हजार रुपए गंवा चुका है।

सगी बहनों से लिए दस हजार
प्रतापपुरा खुड़ी की दो सगी बहनों उर्मिला व योगेश्वरी के अनुसार महिला दलाल ने उन्हें सुकन्या योजना का लाभ दिलाने के नाम पर दस हजार रुपए ठग लिए। दोनों के आवेदन पास कराने के नाम पर पांच-पांच हजार रुपए लिए और जब तय समय में काम नहीं हुआ तो इंतजार करने के भरोसे में दो साल निकाल दिए। इसके बाद परेशान होकर जब इन बहनों ने महिला दलाल की शिकायत श्रम विभाग के मुख्यालय की तो पता चलने पर उल्टा महिला ने उन्हें मुंह बंद रखने की धमकी दी।

वसूले पांच हजार
भढ़ाडर निवासी संतोष पुत्री भागीरथ सिंह ने पुलिस अधीक्षक को दी गई शिकायत में महिला दलाल पर पांच हजार रुपए ठगने के आरोप लगाए हैं। संतोष ने बताया कि उसके पिता पंजीकृत श्रमिक हैं और उसने शुभ शक्ति योजना की सहायता के लिए 55 हजार रुपए प्राप्त करने का फार्म भरा था।

कलक्ट्रेट में महिला दलाल ने पहले तो उससे पांच सौ रुपए फार्म भरने के लिए और इसके बाद कहा कि राशि स्वीकृत कराने और दिलाने के लिए पहले श्रम विभाग में बैठने वालों को पांच हजार रुपए देने पड़ेंगे। पांच हजार लेने के बाद महिला दलाल ने कहा कि 15 दिनों में उसके खाते में पैसे आ जाएंगे। लेकिन, योजना का पैसा अभी तक नहीं मिला है।

इनका कहना
श्रमिक पुत्रियों की ओर से महिला दलाल के बारे में विभाग के पास बहुत पहले शिकायतें आई थी। उसके बाद विभाग के कर्मचारियों को पाबंद भी किया था कि संबंधित महिला का प्रवेश कार्यालय परिसर में नहीं होना चाहिए। शिकायत कर्ताओं को महिला दलाल के खिलाफ पुलिस थाने में एफआइआर दर्ज कराने की सलाह दी गई थी। हालांकि प्रकरण में विभाग का कोई कर्मचारी शामिल नहीं है। फिर भी मिलीभगत का अंदेशा होने पर शिकायतकर्ता इसकी रिपोर्ट एसीबी में कर सकता है।
-चैन सिंह शेखावत, अतिरिक्त प्रभार सहायक श्रम आयुक्त

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