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राखी बांधने जा रही बहन की मौत, ये भाई भी बच पाया

locationसीकरPublished: Aug 27, 2018 12:21:13 pm

Submitted by:

vishwanath saini

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Sikar Sister died on Raksha Bandhan in accident

Sikar Sister died on Raksha Bandhan in accident

सीकर. रिश्तेदार के साथ राखी लेकर बाइक पर जा रही महिला की सडक़ हादसे में मौत हो गई। जिसका पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। हालांकि घटना के बाद घर पर मातम का माहौल हो गया और राखी के रिश्ते की डोर टूट जाने से बाद में राखियां भी परिवार के लोगों ने नहीं बांधी।


सदर थाना पुलिस के अनुसार सेवा की राजकंवर अपने रिश्तेदार के साथ राखी लेकर जा रही थी। सेवद बड़ी के पास इनकी बाइक को सामने से आ रही बाइक ने टक्कर मार दी। इससे राजकंवर सडक़ पर गिर पड़ी और अस्पताल लेकर पहुंचे तो चिकित्सकों ने भी मृत घोषित कर दिया।


महिला के पति मदन सिंह ने रिपोर्ट दी है कि उसकी पत्नी शेर सिंह के साथ बाइक पर राखी बांधने के लिए रवाना हुई थी। सेवद बड़ी के पास एक तेज गति से आ रही दूसरी बाइक ने अचानक गाड़ी घुमा दी और इनकी बाइक से टकरा जाने पर राजकंवर वहीं गिर गई। गंभीर जख्मी होने के बाद उसने मुंह तक नहीं खोला और बेहोशी में ही उसकी मौत हो गई। 43 वर्षीय राजकंवर के शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों के हवाले कर दिया गया है। टक्कर में घायल हुए दूसरे लोगों का उपचार कराया गया है।

इधर, रक्षाबंधन पर भाई की मौत
सीकर. नौकरी के लिए सीकर से डीडवाना रोजाना अपडाउन करने वाले युवक की बाइक पलटने से मौत हो गई। उद्योग नगर पुलिस के अनुसार उदयपुरवाटी का जनकराम डीडवाना में फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता था। बाइक लेकर वह अपने दोस्त के साथ वापस घर लौट रहा था कि रामू का बास तीराहे पर उसकी बाइक सडक़ से उतरकर गड्ढे में चली गई थी। हादसे के बाद जनकराज ने मौके पर ही दम तोड़ दिया और घायल उसके दोस्त को अस्पताल पहुंचाया गया।

किडनी देने वाले भाई की याद में रोई आंखें
सीकर. किडनी देकर जान बचाने वाले भाई के राखी बांधने नहीं जा पाई बहना ने रक्षा बंधन का त्योहार मोबाइल पर ही मनाया। बदले में भाई ने किडनी देने के बाद भी उसकी रक्षा का संकल्प दोहराया तो बहना की आंखें भर आई। इधर, भाई को सलामती का आशीर्वाद मिला तो अगली बार भी सबसे पहले उसी के पास आकर राखी बंधवाने का भरोसा दिलाया।

गौरतलब है कि जोधपुर स्थित बावड़ी गांव में ब्याही जनता कंवर को दो साल पहले उसके भाई बन्ने सिंह ने एक किडनी दान की थी। जनता कंवर के भाई बन्ने सिंह नरूका सीकर के रहने वाले हैं और बहन तीन सौ किलोमीटर दूर रहने के राखी से दो दिन पहले बहना के घर पहुंचते हैं। रविवार को दोबारा परिजनों ने एक दूसरे को फोन पर रक्षा का संकल्प और बड़ी उम्र पाने का आशीर्वाद दिलवा कर रक्षा बंधन का पर्व मनाया।

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