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राजस्थान में मंत्री पुत्र का कारानामा! UDH मंत्री नहीं आए तो बेटे ने किया सड़कों का शिलान्यास; कांग्रेस ने उठाए सवाल

Rajasthan Politics: सरकारी महकमों की ओर से किस तरह से शिलान्यास कार्यक्रमों को महज राजनीतिक रंग दिया जाता है, इसकी बानगी शुक्रवार को अजीतगढ़ इलाके में देखने को मिली।

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सीकर

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Nirmal Pareek

Oct 04, 2025

foundation stone for roads in Ajitgarh

फोटो- पत्रिका नेटवर्क

Rajasthan Politics: सरकारी महकमों की ओर से किस तरह से शिलान्यास कार्यक्रमों को महज राजनीतिक रंग दिया जाता है, इसकी बानगी शुक्रवार को अजीतगढ़ इलाके में देखने को मिली। यहां सात सड़कों के शिलान्यास के लिए यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा को आना था। लेकिन मंत्री के दूसरे कार्यक्रमों में व्यस्त होने की वजह से अजीतगढ नगर पालिका अधिकारियों ने उनके बेटे अजय सिंह खर्रा से शिलान्यास करवा दिया।

दअरसल, अजीतगढ़ नगर पालिका क्षेत्र में शुक्रवार को 30.5 लाख रुपए से बनने वाले सात सीसी सड़कों का शिलान्यास कार्यक्रम कई दिनों से तय था। मंत्री के बेटे के शिलान्यास करने का मामला सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा में रहा। कार्यक्रम में अजय सिंह खर्रा ने कहा कि सड़कों का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा।

कार्यक्रम को भाजपा जिला महामंत्री पूरण गुर्जर, अजीतगढ़ दिवराला मंडल अध्यक्ष रामगोपाल मंगावा ने भी संबोधित किया। इस मौके पर नगर पालिका ईओ जुबेर खान, कनिष्ठ अभियंता रतनलाल गुर्जर, ग्राम सेवा सहकारी समिति के सदस्य जेपी जाट, हेमंत पारीक, युवा भाजपा नेता विमल जोशी, वरिष्ठ पार्षद मक्खनलाल स्वामी, युवा भाजपा नेता पवन कुमावत, राजेंद्र समोता, कैलाश जाट आदि भी मौजूद रहे।

भीड़ जुट गई थी, इसलिए कराया उद्घाटन- ईओ

नगर पालिका अजीतगढ़ के अधिशासी अधिकारी जुबेर खान ने बताया कि कार्यक्रम में यूडीएच मंत्री को ही अतिथि के तौर पर शिरकत करनी थी। अचानक सरकारी कार्य हो जाने के कारण आखिरी समय पर यूडीएच मंत्री का दौरा रद्द हो गया था। पहले उनका कार्यक्रम भी आ गया था। भीड़ जुटने की मजबूरी की वजह से उद्घघाटन कराना पड़ा।

यह लोकतंत्र का अपमान है- कांग्रेस

सीकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनीता गिठाला ने कहा कि यह लोकतंत्र का अपमान है। इस तरह की घटनाएं निंदनीय व जनता का मजाक है। भाजपा के लोग लोकतंत्र को बिल्कुल नहीं मानते है। कलक्ट्रेट में होने वाली सरकारी बैठकों में भी भाजपा पदाधिकारी शामिल होते है। जिला कलक्टर की शह पर सीकर जिले में लोकतंत्र की रोजाना हत्या हो रही है।