प्राथमिक जांच के बाद बालक को सिरोही जिला अस्पताल रैफर कर दिया। बालक करीब 25 फीट की गहराई पर फंसा था। उसे बाहर निकालने के लिए बुल्डोजर और पोकलेन मशीनों से बोरवेल के समीप ही गड्ढा खोदकर सुरंग बनाई गई तथा अथक प्रयासों के बाद उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
दरअसल, खेत पर कार्य करने वाले बड़ा वेरा निवासी रूपाराम भील का चार वर्षीय पुत्र भीमाराम गुरुवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे मां के साथ शौच के लिए जा रहा था, तभी वहां बने एक सूखे बोरवेल में गिर गया। सरपंच को सूचना भिजवाई।
इस दौरान बोरवेल से बालक के रोने की आवाजें सुनाई पड़ रही थीं। उसमें ऑक्सीजन पाइप डाला गया है। उसकी मां वहीं बैठकर लगातार उससे बात करने की कोशिश कर रही थी। सूचना पर जिला कलक्टर सुरेन्द्रकुमार सोलंकी ने जिला एवं उपखंड स्तर के अधिकारियों को घटना स्थल रवाना किया। पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीना, उपखंड अधिकारी भागीरथराम, तहसीलदार रणछोडऱाम, पुलिस निरीक्षक लक्ष्मणसिंह, विकास अधिकारी प्रमोद दवे एनडीआरएफ की टीम लेकर मौके पर पहुंचे तथा बालक को बाहर निकालने के प्रयास शुरू किए। शाम करीब पांच उनकी ये मेहनत रंग लाई।