
‘साइकिल वाला आइटीओ’ राजेश भाटी (फोटो पत्रिका)
World Bicycle Day Today : राजस्थान में माउंट आबू के आयकर अधिकारी राजेश भाटी के साइकिल चलाने के जुनून को देख लोग उन्हें ‘साइकिल वाला आइटीओ (इनकम टैक्स अफसर)’ कहने लगे हैं। 13 साल पहले डायबिटीज का पता चलने के बाद भाटी ने साइकिल चलाना शुरू किया था। तब से अब तक वह 1.20 लाख किलोमीटर साइकिल चला चुके हैं।
राजेश भाटी डेढ़ साल से माउंट आबू में पोस्टेड हैं। उन्होंने बताया, मेरी कई जगह पोस्टिंग रही। चाहे कोटा हो, पाली, उदयपुर या माउंट आबू, हर जगह साइक्लिंग की। रोज 20-25 किलोमीटर साइकिल चलाता हूं। पिछले साल अहमदाबाद में दो महीने की ट्रेनिंग के दौरान भी साइकिल साथ थी। भाटी दूसरे लोगों को भी साइक्लिंग के लिए प्रेरित करते हैं। वह दो बार राजस्थान के सबसे ऊंचे पर्वतीय स्थल गुरु शिखर का सफर साइकिल से तय कर चुके हैं। यह माउंट आबू से करीब 15 किमी दूर है।
फिटनेस विशेषज्ञों का कहना है कि तकनीकी प्रगति के दौर में साइकिल का इस्तेमाल कम हो गया है। इसे अपनाकर लोग स्वस्थ और फिट रह सकते हैं। साइकिल चलाने से न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, मानसिक तनाव भी घटता है। साइकिल चलाने से कैलोरी बर्न होती है। इससे वजन कम करने में मदद मिलती है। रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी कम हो सकती हैं।
राजेश भाटी का कहना है कि साइक्लिंग से उन्होंने डायबिटीज की दवा की डोज नहीं बढ़ने दी। डॉक्टरों के मुताबिक डायबिटीज में साइकिल चलाना फायदेमंद हो सकता है। यह अच्छा व्यायाम है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम कर सकता है। साइकिल चलाने से शरीर को मांसपेशियों मेंग्लूकोज के इस्तेमाल में मदद मिलती है। इससे ब्लड शुगर का स्तर घटता है।
Published on:
03 Jun 2025 07:39 am
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