
commonwealth games 2022 Birmingham: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का आगाज आज से यानि 28 जुलाई 2022 से इंग्लैंड के बर्मिंघम में होने जा रहा है। खेल के इस महाकुंभ में दुनिया भर के 5000 से ज्यादा एथलीट हिस्सा लेने जा रहे हैं। 12 दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में 72 देश के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। वहीं 20 अलग अलग खेलों के 280 एवेंट्स में मेडल के लिए दांव लगाएंगे। इस साल भारत से 215 एथलीट ने हिस्सा लिया है। ये खिलाड़ी 15 खेलों में मेडल के लिए चुनौती पेश करेंगे।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 बर्मिंघम के एलेक्जेंडर स्टेडियम में 28 जुलाई से शुरू होकर 8 अगस्त तक चलेगा। भारतीय एथलीट यहां पिछले 5 बार से बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं और हर बार मेडल तालिका के टॉप 5 में जगह बनाई है। ऐसे में इस बार भी उनके बड़ी उम्मीदें हैं। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत ने अच्छा किया था। ऐसे में एक बार फिर खिलाड़ियों से वही प्रदर्शन दोहराने की उम्मीदें होगी।
हालांकि टोक्यो ओलंपिक के हीरो और गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने से पहले ही चोटिल हो गए और इस प्रतियोगिता से बाहर हो गए हैं। लेकिन अब भी भारत के पास पीवी सिंधु, मीराबाई चानू, रवि दहिया, निकहत ज़रीन, मनिका बत्रा समेत अन्य कई प्लेयर्स से गोल्ड मेडल की उम्मीदें हैं।
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नीरज चोपड़ा के चोटिल होने के बाद इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) की तरफ से बुधवार शाम को ऐलान किया गया कि एसोसिएशन ने ध्वजवाहक के तौर पर स्टार शटलर पीवी सिंधु का नाम तय किया है। पीवी सिंधु दो बार की ओलंपिक चैम्पियन हैं, बर्मिंघम में होने वाली ओपनिंग सेरेमनी में वह प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगी।
उनके साथ भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह भी होंगे। मनप्रीत का नाम दूसरे ध्वजवाहक के रूप में जोड़ा गया क्योंकि आयोजकों ने सूचित किया कि प्रत्येक देश के लिए दो ध्वजवाहक उतारना अनिवार्य है जिसमें एक पुरुष और एक महिला होगी।
इस कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुषों की तुलना में महिला प्रतियोगियों के लिए अधिक आयोजन होंगे। पुरुषों के 134 एवेंट्स की तुलना में महिलाओं के 136 एवेंट्स होंगे। इसके अलावा 24 साल बाद कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला क्रिकेट को शामिल किया गया है। कुआलालंपुर में 1998 के बाद अब ऐसा होने जा रहा है।
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कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में अबतक 61 देशों ने मेडल जीते हैं। ऐसे में इस साल सूची में कुछ और नाए देश शामिल हो सकते हैं। इस साल निशानेबाजी और तीरंदाजी को कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल नहीं किया गया है। इन दोनों खेलों में भारत का पडला हमेशा भारी रहा है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में 66 मेडल हासिल किए थे। जिसमें से निशानेबाजी में 16 मेडल आए थे। वहीं 26 गोल्ड मेडल में से 7 निशानेबाजी में आए थे।
एथलेटिक्स में भारत ने 72 साल के इतिहास में केवल 28 मेडल जीते हैं। नीरज चोपड़ा के बाहर होने से भारत की उम्मदों को करारा झटका लगा है। कुश्ती में काफी मेडल की उम्मीद हैं। सभी 12 प्रतिभागियों से मेडल की उम्मीदें हैं, जिसमें गत चैंपियन विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया से गोल्ड मेडल की उम्मीदें हैं। गोल्ड कोस्ट में पहलवानों ने पांच गोल्ड सहित 12 मेडल जीते थे।
टोक्यो ओलंपिक के बाद से भारतीय हॉकी टीम से सभी की उम्मीदें बढ़ गई हैं। ब्रॉन्ज मेडल जीतकर मनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम ने सबका दिल जीत लिया था। इसके अलावा महिला टीम ने भी अच्छा प्रदर्शन किया था। बॉक्सिंग में पिछले बार नौ मेडल मिले थे और वे इस बार भी कई मेडाल आने की उम्मीद है। ओलिंपिक्स ब्रॉन्ज मेडल विजेता लवलीना बोरगोहेन विश्व चैंपियनशिप की निराशा के बाद वापसी करना चाहेंगी। मौजूदा विश्व चैंपियन निखत जरीन के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें लगी होंगी।
बता दें गोल्ड कोस्ट में 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने कुल 66 मेडल जीते, जिसमें 26 गोल्ड, 20 सिल्वर और 20 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। बर्मिंघम में होने वाले 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत 15 विभिन्न खेलों में भाग लेगा।
Updated on:
28 Jul 2022 10:58 am
Published on:
28 Jul 2022 10:45 am
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