भारत की 4 महिला सदस्यों वाली टीम ने भारत को लॉन बॉल में ऐतिहासिक पदक जिताया है। बता दें कि भारत की इस टीम में झारखंड पुलिस में 38 वर्षीय कॉन्स्टेबल लवली चौबे के नेतृत्व नेतृत्व में इतिहास रचा। साथ में रूपा रानी तिर्की भी थी जो रांची से आती हैं। इसके अलावा इस टीम में डीपीएस आरके पुरम में खेल विषय पढ़ाने वाली टीचर पिंकी भी मौजूद थी और असम के स्टेट फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में काम करने वाली नयन मोनी सैकियां भी मौजूद थी
लॉन बाउल्स के खेल को खेलने का तरीका, नियम और इससे जुड़ी हर जानकारी
इससे पहले लॉन बॉल में भारत ने सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को हराया था और इस जीत के साथ ही भारत का लॉन बॉल में पदक पक्का हो गया था। लेकिन साउथ अफ्रीका को हराकर स्वर्ण पदक जीतना भारत के लिए और बड़ी खुशी की बात है। इस जीत के साथ ही देश भर में इस खेल के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा हैचाय वाले के बेटे संकेत महादेव ने भारत को दिलाया कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में पहला पदक
इसके अलावा कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन बॉल के इतिहास पर नजर डालें तो 1966 में हुए जमैका कॉमनवेल्थ गेम्स में इस खेल को शामिल नहीं किया गया था। बाकी हर कॉमनवेल्थ गेम्स में यह खेल गेम्स का हिस्सा रहा है। वहीं भारत की तरफ सेपिछले 22 सालों से इस खेल में हिस्सा लिया जा रहा है लेकिन अब जाकर पदक जीतने का सूखा खत्म हुआ।बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन बॉल में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाला देश इंग्लैंड है। इंग्लैंड ने अभी तक इस में कुल 51 पदक जीते हैं जिसमें 20 गोल्ड, 9 सिल्वर और 22 कांस्य पदक शामिल हैं।