Pro Kabaddi League: प्रो कबड्डी लीग की लोकप्रियता में दिन-ब-दिन इजाफा होता जा रहा है। 2014 में इसकी शुरुआत होने के बाद से देश में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली लीगों में से एक बन गई है। अब तक प्रो कबड्डी लीग के कुल 11 सीजन हो चुके हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इस लीग में सिर्फ दो टीमें हैं, जिन्होंने एक से अधिक खिताब अपने नाम किया है। पटना पाइरेट्स सबसे अधिक ट्रॉफी जीतने वाली टीम है, जिसने लगातार सीजन-3, सीजन-4 और सीजन 5 में खिताब अपने नाम किया है। वहीं, इसके बाद जयपुर पिंक पैंथर्स का नंबर आता है, जिन्होंने उद्घाटन मुकाबले के अलावा सीजन-9 का खिताब अपने नाम किया। इसके अलावा यू मुंबा ने सीजन-2, बंगाल वारियर्स ने सीजन-7, दबंग दिल्ली के.सी. ने सीजन-8, पुनेरी पलटन ने सीजन-10 और हरियाणा स्टीलर्स ने सीजन-11 की प्रो कबड्डी लीग की ट्रॉफी उठाई है।
हालांकि अभी भी चार टीमें प्रो कबड्डी लीग का खिताब जीतने के लिए संघर्ष कर रही हैं, क्योंकि उनके तमाम चाहने वाले अभी भी उस ऐतिहासिक पल का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में आइए इन टीमों पर डालते हैं एक नजर...
तेलुगु टाइटंस- प्रो कबड्डी लीग में अभी तक तेलुगु टाइटंस अपने खाते में PKL खिताब नहीं जोड़ पाया है। इसका सबसे अच्छा प्रदर्शन सीजन 2 और 4 में आया, जब उसने प्लेऑफ में जगह बनाई, लेकिन फाइनल में प्रवेश करने में असफल रही थी।
गुजरात जायंट्स- गुजरात जायंट्स को प्रो कबड्डी लीग के अपने पहले सीजन 5 में गुजरात फॉर्च्यून जायंट्स नाम दिया गया था, लेकिन अगले संस्करण में इसका नाम बदलकर गुजरात फॉर्च्यून जायंट्स कर दिया गया। वे अपने पहले दो सीजन में उपविजेता रहे।अहमदाबाद स्थित यह फ्रेंचाइजी 8वें और 10वें संस्करण में फिर से प्लेऑफ तक पहुंची, लेकिन दोनों मौकों पर एलिमिनेटर में हार गई।
तमिल थलाइवास- PKL 5 में अपनी शुरुआत सबसे निचले पायदान पर करने के बाद तमिल थलाइवाज ने बेहतर नतीजे दिए हैं, हालांकि लीग में अभी भी वे कमतर प्रदर्शन कर रहे हैं। वे सिर्फ एक बार नॉकआउट के लिए क्वालीफाई कर पाए हैं और वह भी PKL-9 में सेमीफाइनल में।
यूपी योद्धाज- प्रो कबड्डी लीग में यूपी योद्धाज ने अपने सफर की शुरुआत सीजन 5 से की थी। तब से प्रो कबड्डी लीग के सीजन 10 को छोड़ दिया जाए तो यूपी योद्धाज ने अब तक हर बार प्लेऑफ में प्रवेश किया, लेकिन अभी तक फाइनल में प्रवेश नहीं किया है। उन्हें एलिमिनेटर में तीन बार (सीजन पांच, सात और नौ), सेमीफाइनल में दो बार (सीजन आठ और ग्यारह) और सीजन छह में क्वालीफायर 2 में हार का सामना करना पड़ा। उनकी किस्मत ऐसी रही है कि वे पीकेएल इतिहास में केवल दो प्लेऑफ मैचों का हिस्सा थे, जो टाई के रूप में समाप्त हुए, दोनों ही मामलों में अंततः हारने वाली टीम में शामिल रहे (PKL 7 और PKL 9)। हालांकि यह आश्चर्यजनक है कि योद्धाज अभी तक ट्रॉफी नहीं जीत पाए हैं।
Updated on:
08 Jun 2025 06:05 pm
Published on:
08 Jun 2025 06:00 pm