हालांकि 23 ग्रैंड स्लेम जीतने का सेरेना का सफर इतना आसान नहीं रहा। सेरेना के मजबूत हाथों ने टेनिस कोर्ट पर जो कारनामे कर दिखाए हैं, इसकी शुरुआत उनके अपनी मांग के गर्भ में हो गई थी। आईए जानते हैं, सेरेना विलियम्स टेनिस खिलाड़ी ही क्यों बनीं।
सेरेना का घरेलू जमीन पर रिकॉर्ड 24वां खिताब जीतने का सपना टूट गया हो, लेकिन उनके नाम 23 ग्रैंड स्लेम ये बताते हैं कि इस खिलाड़ी में कितना दम है। सेरेना के टेनिस के सफर की शुरुआत उनकी मांग के गर्भ से हो गई थी। जिस तरह महाभारत में अभिमन्यु ने मां सुभद्रा की कोख में ही चक्रव्यूह भेदना सीख लिया था, ठीक उसी तरह सेरेना ने मां की कोख में टेनिस के गुर सीखना शुरू कर दिए थे।
सेरेना के पिता चाहते थे टेनिस खिलाड़ी बने बेटी
दरअसल सेरेना विलियम्स के पिता रिचर्ड टेनिस के जबरदस्त प्रशंसक थे। यही वजह है थी कि जब सेरेना की मां गर्भवती हुईं, तो रिचर्ड ने फैसला कर लिया कि वे कोख में पल रहे बच्चे को टेनिस प्लेयर ही बनाएंगे।
प्रेगनेंट मां को दी टेनिस बुक और वीडियो टेप
इसके लिए रिचर्ड ने अपनी पत्नी को ना सिर्फ गर्भावस्था के दौरान टेनिस की किताबें लाकर दीं, बल्कि टेनिस मुकाबलों के वीडियो टेप्स भी दिखाए। इतना ही नहीं वे अपनी प्रेगनेंट वाइफ को टेनिस मुकाबले देखने भी ले जाते थे।
रिचर्ड ये जानते थे कि मां की कोख में पल रहा बच्चे पर टेनिस का प्रभाव पड़ेगा और जन्म के बाद इसका असर दिखेगा। हुआ भी कुछ ऐसा ही सेरेना पिता की उम्मीदों पर खरी उतरीं और दुनिया की शीर्ष खिलाड़ी बनीं।
सेरेना विलियम्स के बचपन में टेनिस सफर
– सेरेना का जन्म 26 सितंबर 1981 में अमरीका के सिगीनॉ, मिशीगन में हुआ था।
– सेरेना एक मात्र ऐसी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 2005 में सभी चारों ग्रैंड स्लैम खिताब जीतकर ‘गोल्डन स्लैम’ पूरा किया।
– सेरेना ने अपना पहला टूर्नामेंट साढ़े चार साल की उम्र में ही जीत लिया था।
– दस वर्ष की आयु तक वे 49 प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी थीं।
– 12 वर्ष की उम्र में सेरेना ने कैलिफोर्निया में हुई अंडर 12 वर्ग टेनिस स्पर्धा में बड़ी बहन वीनस से नंबर वन का ताज छीना।