सेमीफाइनल में हार के बावजूद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पास ओलंपिक खेलों में पदक जीतने का मौका बाकी है। दरअसल, भारतीय हॉकी टीम को अभी कांस्य पदक के लिए मुकाबला खेलना है। जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से टीम इंडिया को चुनौती मिलेगी। इस मैच में भारत के पास कांस्य पदक जीतने का मौका है।
सेमीफाइनल मुकाबले में भारत और बेल्जियम हाफ टाइम तक 2-2 की बराबरी पर रहीं। इसके बाद चौथे क्वार्टर में बेल्जियम ने अच्छी शुरुआत की। मैच के 49वें मिनट में बेल्जियम ने एक गोल कर भारत पर 3-2 की बढ़त बना ली। बेल्जियम के एलेक्जेंडर हेड्रिक्स ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए गोल किया। चौथे क्वार्टर में बेल्जियम ने एक और गोल दागा और भारत पर 4-2 की बढ़त बना ली। दूसरे हाफ में खराब खेल के बाद भारत को 5-2 से हार का सामना करना पड़ा।
बात करें इन दोनों टीमों के बीच हुए पिछले मुकाबलों की तो बेल्जियम के साथ हुए पिछले पांच मुकाबलों में से चार मैच भारत ने जीते हैं। पांच साल पहले रियो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम के हाथों 1-3 से हारकर ही भारत बाहर हुआ था। वर्ष 2020 में एफआईएच प्रो लीग के मुकाबले में भारत ने एक मैच जीता था। इससे पहले 2019 में बेल्जियम दौरे पर भारत ने तीनों मैच जीते थे। भारत की पुरुष हॉकी टीम ने 49 साल बाद ओलंपिक का सेमीफाइनल खेला। इससे पहले भारत ने हॉकी में 1972 में म्यूनिख ओलंपिक में सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।