श्रीगंगानगर। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने रविवार सुबह कृषि आदान गुण नियंत्रण अभियान के तहत सूरतगढ़ के इंडस्ट्रीज एरिया स्थित इफको बाजार गोदाम पर छापा मारा। इस कार्रवाई में कोरोमंडल कंपनी के करीब 30 हजार बैग डीएपी खाद और अन्य उर्वरक का स्टॉक जब्त किया गया, जिसे सीज कर दिया गया।
कृषि मंत्री के निर्देश पर कृषि अधिकारियों की टीमें देर शाम तक गोदामों के रिकॉर्ड की गहन जांच करती रही और खाद के सैंपल लेकर उन्हें प्रयोगशाला भेजने की प्रक्रिया जारी रही। मंत्री मीणा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गोदामों का पूरा रिकॉर्ड चेक किया जाए और अवैध सामग्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस छापेमारी के बाद, कृषि मंत्री इफको के प्वाइंट पर भी पहुंचे और वहां से डीएपी वितरण की प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने रीको क्षेत्र में स्थित एक अन्य गोदाम में भी छापेमारी की, जहां विभिन्न कंपनियों के उर्वरक जब्त किए गए। गोदाम में मौजूद अनुपयोगी खाद के बैग का भी निरीक्षण किया गया।
श्रीगंगानगर में हुई कार्रवाई के बाद मंत्री हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा क्षेत्र पहुंचे। जहां पर कृषि मंत्री ने छापेमारी की। वहां वे कार्रवाई कर 10 मिनट बाद निकल गए। लेकिन हनुमानगढ़ में मंत्री के छापेमारी के बाद पूरे जिले के खाद-बीच व्यापारियों में हड़कंप मच गया।
पत्रकारों से बातचीत में कृषि मंत्री डॉ. मीणा ने बताया कि डीएपी खाद कंपनियां किसानों को केवल डीएपी खाद ही नहीं, बल्कि अन्य उर्वरक भी लेने के लिए मजबूर कर रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी मनमानी को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मंत्री ने कहा, सूरतगढ़ के गोदामों में डीएपी खाद और अन्य उर्वरक मिले हैं। उन्होंने कृषि अधिकारियों को इन गोदामों का रिकॉर्ड चेक करने और खाद के सैंपल लेकर उनकी जांच कराने के निर्देश दिए हैं। नकली खाद मिलने पर संबंधित फर्म संचालकों के लाइसेंस को रद्द कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कृषि मंत्री मीणा का कहना था कि एक गोदाम में 30 हजार बैग डीएपी खाद के पाए गए, लेकिन यह खाद किसानों को वितरित की जानी चाहिए थी। नकली खाद और बीज से किसानों की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है और उनके खेत बंजर हो रहे हैं। राज्य सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
22 Jun 2025 08:28 pm