
आखिर मिशन पूरा, पाइप लाइन का ट्रायल सफल
श्रीगंगानगर। पुरानी आबादी के ईदगाह के पास गडढा क्षेत्र से साधुवाली लिंक चैनल तक करीब आठ किमी बिछी पाइप लाइन में अब पानी आसानी से प्रवाहित हो सकेगा। नगर परिषद आयुक्त कपिल कुमार यादव की देखरेख में अभियंताओं और ठेकेदार के एक्सपर्ट की टीम ने अबोहर रोड पर साधुवाली सैन्य छावनी के पास इस पाइप लाइन का ट्रायल किया। पुरानी आबादी से इस सैन्य छावनी तक पाइप लाइन की लंबाई करीब पांच किमी आंकी गई है। 600 एमएम व्यास की इस पाइप लाइन में पुरानी आबादी का अधिकांश पानी आएगा। इस पानी को पाइप लाइन के माध्यम से साधुवाली लिंक चैनल में छो़ड़ने के लिए सैन्य छावनी के पास बड़ा चैम्बर बनाकर मिलान किया जा रहा है। दरअसल, गुरुनानक बस्ती से साधुवाली लिंक चैनल तक पाइप लाइन बिछाई हुई हैं और वहां पानी की सप्लाई भी हो रही है। इसी पाइप लाइन में पुरानी आबादी से यहां तक पहुंची पाइप को छोड़ने का काम अब अगले दो दिनों में पूरा किया जाएगा। आयुक्त यादव की माने तो पुरानी आबादी से सैन्य छावनी तक पानी लाने का काम चुनौतीपूर्ण था जिसे पूरा करने के लिए करीब एक महीने का समय लग चुका है। इस सैन्य छावनी से लिंक चैनल के बीच दूरी तीन किमी हैं।
अबोहर रोड पर साधुवाली सैन्य छावनी के पास अब एक चैम्बर्स का निर्माण कराया जाएगा। इसमें गुरुनानक बस्ती गडढा क्षेत्र से लिंक चैनल तक बिछी पाइप लाइन के साथ पुरानी आबादी से आने वाले पानी को जोड़ा जाएगा। यह वह प्वाइंट हैं जहां से पूरे शहर का पानी एक साथ साधुवाली लिंक चैनल में डालने के लिए एक साथ बहता जाएगा। कनिष्ठ अभियंता जितेन्द्र मीणा ने बताया कि सैन्य छावनी के पास गुरुनानक बस्ती गडढा क्षेत्र से आ रहे पानी की पाइप लाइन में नॉन रिटर्न वाल्व को बदला जा सकता हैं। यह वाल्व तकनीकी रूप से फिट हुआ है, यदि पुरानी आबादी वाली पाइप लाइन को इस पाइप में जोड़ा जाएं तो यह नॉन रिटर्न वाल्व खराब हो सकता है। इस कारण गुरुनानक बस्ती गडढा क्षेत्र से पानी की निकासी की प्रक्रिया वाल्व नया लगाने तक रूक सकती है। ऐसे में विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया है।
करीब 11 साल पहले वर्ष 2012 में एक दानदाता ने अपने पिता सेठ मेघराज जिन्दल वर्षा जल निकासी योजना बनाने के लिए नगर परिषद प्रशासन को दस करोड़ रुपए का दान दिया था, तब यह शर्त भी लगाई थी कि यह योजना उसके पिता के नाम से ही बने और यह तय समय अवधि में पूरा हो। इस प्रस्ताव को राज्य सरकार के पास भिजवाया गया। तत्कालीन कलक्टर ने इस योजना को पूरी करने के लिए नगर परिषद प्रशासन को अधिकृत किया। लेकिन यह तय समय में योजना धरातल पर नहीं उतरी। इसके पीछे राजनीतिक द्वेषता बताई गई। नोटबंदी के दौरान हाईकोर्ट के आदेश पर दानदाता को दस करोड़ रुपए की मूल राशि के अलावा ब्याज के ढाई करोड़ भी नगर परिषद को देने पडे थे। बरसात होने के बाद पानी निकासी की समस्या अब तक बनी हुई है। ऐसे में दो साल पहले नगर परिषद सभापति करुणा चांडक ने गुरुनानक बस्ती गडढा क्षेत्र से सीधी पाइप लाइन लिंक चैनल तक बिछाई और वहां पानी डलवाने के लिए तत्कालीन कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते से मंजूरी दिलाई। अब पुरानी आबादी में पानी निकासी की समस्या को लेकर मुद्दा बनने लगा तो पिछले साल कांग्रेस नेता अशोक चांडक ने पुरानी आबादी के गडढा क्षेत्र से पाइप लाइन के माध्यम से लिंक चैनल तक पानी पहुंचाने की कवायद शुरू की। अब यह सपना पूरी होने लगा है।
पुरानी आबादी में एसटीपी का निर्माण शुरू हुआ था लेकिन एकाएक बंद हो गया। करीब दस साल बाद जनप्रतिनिधियों ने इस एसटीपी का निर्माण कराने की बजाय एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर समय बिताया। हर साल बरसाती सीजन में पुरानी आबादी के जलमग्न होने के बाद पानी निकासी को लेकर माथा पच्ची होती। लेकिन इस पाइप पाइन मिशन के पूरा होने से पुरानी आबादी को बरसाती पानी से निजात मिल पाएगी। आयुक्त का दावा है कि अगले दो दिन में गुरु नानक बस्ती पंप हाऊस से लिंक चैनल तक जाने वाली मुख्य पाईप लाईन में मिलान कर पुरानी आबादी क्षेत्र के साबुन फैक्ट्री, ईदगाह का गड्ढा,शीतला माता मंदिर गड्ढा के साथ साथ ट्रक यूनियन पुलिया पंप हाऊस से लिंक चैनल जल निकासी का कार्य स्थाई रूप से सुचारू कर दिया जाएगा।
Published on:
30 Jul 2023 11:00 pm
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