छात्रों में तर्कशक्ति बढ़ाने के लिए किया शुरू सीबीएसई निर्देशों में स्पष्ट किया है कि दसवीं में बेसिक गणित की पढ़ाई करने के वाले छात्रों के पास आगे गणित पढऩे का विकल्प नहीं था। ऐसे में उनकी तर्कशक्ति बढाने और जो छात्र आगे वाणिज्य या अर्थशास्त्र पढऩा चाहते हैं उनके लिए नया गणित विषय तैयार किया गया है
चुनना होगा एक विकल्प
राष्ट्रीय पाठ्यक्रम फ्रेमवर्क-2005 का सिफारिश पर छात्र कक्षा-11 व 12 में एक ही तरह के गणित की पढ़ाई कर सकता है। यह छात्र के चयन पर निर्भर करेगा कि वह स्टैंडर्ड गणित पढऩा चाहता या अप्लाइड गणित लेकिन दसवीं में बेसिक गणित विषय उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के पास केवल अप्लाइड मैथमेटिक्स पढऩे का ही विकल्प होगा।
विश्वविद्यालयी स्तर पर गणित अध्ययन में मिलेगी मदद ग्यारहवीं में पूर्व की भांति स्टैंडर्ड गणित पढऩे वाले छात्र विज्ञान की पढ़ाई कर आगे विश्वविद्यालय स्तर पर गणित ऑनर्स और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे। लेकिन एप्लाइड मैथमेटिक्स पढऩे वाले छात्र इंजीनियरिंग और गणित ऑनर्स की पढ़ाई नहीं कर सकेंगे। वह वाणिज्य और अर्थशास्त्र की पढ़ाई कर सकेंगे। उसी को ध्यान में रखकर एप्लाइ मैथमेटिक्स को डिजाइन किया गया है।
बोर्ड की ओर से 2020 की परीक्षा के क्रम में दसवीं के छात्रों के लिए बेसिक एवं स्टैंडर्ड गणित का कोर्स लागू किया गया था7 अप्लाइड गणित का उपयोग भौतिक विज्ञान, इंजीनियरिंग जैसे विषयों को छोडकऱ अन्य क्षेत्रों जैसे वाणिज्य,सामाजिक विज्ञान व अर्थशास्त्र जैसे विषयों में किया जा सकता है।
-भूपेश शर्मा सहसंयोजक
जिला समान परीक्षा योजना माध्यमिक शिक्षा श्रीगंगानगर