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श्री गंगानगर

जहां रोगी वहां फोगिंग, बाकी जगह राम भरोसे

इलाके में तीस डिग्री सेल्सियस के आसपास तापमान में डेंगू के लिए जिम्मेदार मच्छर एडीज इलाके में लगातार पनप रहा है।

श्री गंगानगरNov 26, 2017 / 09:16 pm

vikas meel

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श्रीगंगानगर.

इलाके में तीस डिग्री सेल्सियस के आसपास तापमान में डेंगू के लिए जिम्मेदार मच्छर एडीज इलाके में लगातार पनप रहा है। आलम यह है कि सरकारी स्तर पर हो रहे तमाम प्रयास विफल हो रहे हैं। विभाग का दावा है कि जहां रोगी मिल रहे हैं उसके आसपास फोगिंग करवाई जा रही है, सर्वे भी हो रहे हैं लेकिन वे इलाके जहां रोगी तो नहीं मिल रहे लेकिन संभव है कि वहां डेंगू के लिए जिम्मेदार मच्छर पहुंच जाए तो उस पर विभाग की नजर ही नहीं है। विभाग केवल उसी इलाके को टारगेट मानते हुए उसके आसपास तो फोगिंग भी करवा देता है तथा उस इलाके में सर्वे भी कर लेता है लेकिन शहर के बाकी हिस्से में फोगिंग जैसी गतिविधियों की कमी इलाके में डेंगू के प्रसार का कारण बन रही है।

 

जेल में डेंगू पर विभाग दे रहा सफाई
विभाग ने कुछ दिन पूर्व ही जेल में फोगिंग करवाने का दावा किया था, लेकिन उसके बावजूद शनिवार को हुए एलाइजा टेस्ट में जेल से एक रोगी साहबराम के डेंगू रोगी होने की पुष्टि हुई। अब विभाग उस रोगी के एक दो दिन पूर्व ही जेल में पहुंचने तथा पहले से ही उसकी तबीयत बिगड़ी होने की बात कह रहा है। विभाग का कहना है कि शुरू से ही संबंधित रोगी की प्लेटलेट्स कम आ रही थी तथा वह एक-दो दिन पहले ही जेल में आया था। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग ने रविवार को जेल स्थित डिस्पेंसरी के प्रभारी डॉ. मुकेश बंसल से इस बारे में जानकारी ली। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय सिंगला ने बताया कि जिस रोगी में डेंगू की पुष्टि हुई है उसमें प्लेटलेट्स जेल में आने से पहले से ही काफी कम रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब संबंधित के घर के आसपास फोगिंग करवाई जाएगी।

 

फोगिंग सिर्फ रोगी के आसपास
डेंगू के रोगी लगातार मिलने के बारे में जानकारी लेने पर विभागीय सूत्रों का कहना है कि डेंगू के रोगी पर ब्रेक नहीं लग पाने का एक कारण तो अब तक तापमान में ज्यादा कमी नहीं आना है, उस पर सरकार के निर्देश भी यही है कि जिस इलाके में डेंगू रोगी मिले वहीं पर फोगिंग होनी चाहिए लेकिन डेंगू के लिए जिम्मेदार मच्छर कहीं भी पैदा हो सकते हैं। ऐसे में डेंगू पर रोक नहीं लगने का एक कारण जिले के सभी वार्डों में समान रूप से फोगिंग नहीं हो पाना भी है। चिकित्सा विभाग जिन मशीनों के माध्यम से फोगिंग करवा रहा है वे बेहद छोटी हैं तथा उसमें एक सीमा तक ही फोगिंग की जा सकती है, उसके बाद मशीन को कुछ समय के लिए रोकना जरूरी है।

 

घरों में नहीं जमा होने दे पानी
विभागीय सूत्र बताते हैं कि इलाके के लोग पर्याप्त जागरूक भी नहीं है। विभागीय टीम पहुंच कर भले ही घरों में बर्तनों और फ्रिज की ट्रे में जमा पानी को खाली करवा दे लेकिन अपने स्तर पर नागरिक इसके प्रति जागरूक नहीं है। इसी कारण इलाके में डेंगू के रोगी लगातार मिल रहे हैं।

 

तापमान घटने पर से आ सकती है कमी
उल्लेखनीय है कि डेंगू रोगी सामान्यत: 25 डिग्री सेल्सियस से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान में पनपता है। ऐसे में आने वाले दिनों में जैसे-जैसे तापमान घटेगा वैसे-वैसे डेंगू में कमी आने की संभावना है।

 

जागरूक बने लोग
फोगिंग के बावजूद लगातार डेंगू रोगियों के मिलने के पीछे मुख्य कारण यह है कि लोगों में पर्याप्त जागरूकता नहीं है। यदि लोग अपने स्तर पर ही इस बात का ध्यान रखें कि डेंगू का मच्छर उनके आसपास पैदा नहीं हो तो इस पर रोक लग सकती है। हम रोगी के आसपास के इलाके में तो फोगिंग करवाते हैं लेकिन प्रत्येक घर में तो फोगिंग संभव नहीं है।

-डॉ.अजय सिंगला, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, श्रीगंगानगर

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