
इसलिए बदला श्रीगंगानगर कलक्टर वर्मा, अब वापस जयपुर बुलाया,इसलिए बदला श्रीगंगानगर कलक्टर वर्मा, अब वापस जयपुर बुलाया,इसलिए बदला श्रीगंगानगर कलक्टर वर्मा, अब वापस जयपुर बुलाया,इसलिए बदला श्रीगंगानगर कलक्टर वर्मा, अब वापस जयपुर बुलाया
श्रीगंगानगर. राज्य सरकार की नजर में महावीर प्रसाद वर्मा कुशल प्रशासक के रूप में खरे नहीं उतरे। ऐसे में उनको वापस जयपुर में बुला लिया है। कलक्टर के रूप में महज नौ माह के कायज़्काल में महावीर प्रसाद वर्मा वह चमत्कार नहीं दिखा पाएं जितनी उम्मीदें सरकार ने की थी।
करीब चार साल पहले वे आरएएस थे, लेकिन सरकार ने उनको आईएएस के रूप में पदोन्नति दे दी। पिछले साल 2 जुलाई 2020 को श्रीगंगानगर का नया कलक्टर बनाकर वर्मा को यहां भिजवाया दिया।
लेकिन अधीनस्थ अधिकारियों और कमज़्चारियों के साथ तालमेल नहीं बना पाए। यहां तक कि दिसम्बर में नगर परिषद प्रशासन की ओर से अस्थायी सफाई कमज़्चारियों को रखने के संबंध में निणज़्य समय पर नहीं लेने के कारण सफाई कमज़्चारियों ने हड़ताल कर दी।
अस्थायी सफाई कमिज़्यों को दो माह को मजदूरी करीब 56 लाख रुपए के भुगतान को लेकर कलक्टर वर्मा ने इंकार कर दिया तो डीएलबी ने यह भुगतान नगर परिषद को अपने स्तर पर करने के निदेज़्श दिए। इस कारण नगर परिषद सभापति और कलक्टर के बीच दूरियां इतनी बढ़ी कि इसकी शिकायतें राज्य सरकार तक हुई।
सभापति और उसके पति पूवज़् उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे के है, इस कारण उनकी सुनवाई नहीं हुई। लेकिन पायलट गुट ने कलक्टर की शिकायत को दिल्ली तक भिजवा दी गई।
इसके अलावा कलक्ट्रेट के कमज़्चारियों को आकस्मिक अवकाश पर रोक लगाते हुए कलक्टर ने छुट्टियां निरस्त कर दी तो कलक्ट्रेट के कमज़्चारियों ने धरना लगाकर कलक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
यह शिकायत भी मुख्यमंत्री तक पहुंची। हालांकि इस मामले में यू टनज़् ले लिया गया। वहीं किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर भी वर्मा सुखिज़्यों में आए। यहां तक कि पिछले साल एकाएक लॉक डाउन की घोषणा करने के बावजूद भी बाजार बंद नहीं होने का मामला थमा नहीं।
यह लॉक डाउन चचाज़् का विषय रहा। लेकिन पिछले तीन महीने में कलक्टर ने फतूही के शिवपुर हैड पर महाराजा गंगासिंह की प्रतिमा लगाने और अम्बेडकर चौक का जीणोज़्द्धार जरूर उपलब्धियां रही लेकिन सरकार की नजर में कुशल प्रशासन के रूप में उनका मूल्यांकन संतोषजनक नहीं रहा।
जिले के 72 साल के सफर में 51 कलक्टरों की उठापटक हो चुकी है, इसमें वमाज़् का नाम भी शामिल हो गया है। वर्मा का कायज़्काल महज 9 माह का रहा है। इस दौरान उनके अधीनस्थ अधिकारियों और कमिज़्यों से संबंध अच्छे नहीं रहे। यहां तक कि कलक्ट्रेट के कमिज़्यों ने कलक्टर वमाज़् के खिलाफ सांकेतिक धरना तक लगा दिया था।
अगले साल सेवानिवृत्त हो रहे वमाज़् को वापस जयपुर में संयुक्त शासन सचिव न्याय विभाग में लगाया है। उनके स्थान पर यहां हनुमानगढ़ के कलक्टर जाकिर हुसैन को लगाया गया है।
हुसैन के हनुमानगढ़ जिले में कामकाज का फायदा यहां श्रीगंगानगर जिले में भी देखने को मिलेगा। पिछले साल राज्य सरकार ने 2 जुलाई 2020 को यहां कलक्टर रहे शिवप्रसाद मदन नकाते का तबादला करते हुए महावीर प्रसाद वर्मा को लगाया था।
वर्मा ने 4 जुलाई 2020 को यहां अपना कायज़्भार संभाला था। वमाज़् ने अपना कायज़्भार संभालने के दौरान दावा किया था कि किसी समस्या के निस्तारण या न्याय पाने की उम्मीद के लिए पीडि़त को दूर दराज से चलकर जिला मुख्यालय आने की जरुरत नहीं होगी, संबंधित पीडि़त को तहसील स्तर पर ही सुनवाई की जाएगी।
लेकिन उनके नौ माह के कायज़्काल में ऐसा देखने को नहीं मिला। प्रशासनिक अधिकारी के रूप में उनका कायज़्काल अपेक्षा के अनुरुप नहीं रहा। रिपोटज़् काडज़् देखकर राज्य सरकार ने कलक्टर वर्मा को हटा दिया।
जिले के 72 साल के सफर में 51 कलक्टरों की उठापटक हो चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा कलक्टर की कुसीज़् पर बैठने का रिकॉडज़् चम्पालाल कोचर के नाम रहा है। वे चार बार कलक्टर रहे है।
राज्य सरकार की योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए कलक्टर की भूमिका अहम होती है, ऐसे में सरकार इलाके में अपना प्रभाव जमाने के लिए कलक्टर के रूप में उन अधिकारियों को लगाती है जो विभिन्न योजनाओं के साथ साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार के साथ तालमेल भी रखे।
भारत-पाकिस्तान अन्तरराष्ट्रीय सीमा और पंजाब से अन्तरराज्यीय सीमा के कारण इस इलाके में कलक्टर के रूप में अधिकारी से सरकार और जनता से काफी उम्मीद होती है। इलाके के सबसे पहले कलक्टर के रूप में एमजी दलेला को 22 सितम्बर 1949 को नियुक्ति किया गया था। इसके बाद कलक्टर बदलने का क्रम जारी रहा जो अब तक जारी है।
बुधवार देर रात राज्य सरकार ने मौजूदा कलक्टर महावीर प्रसाद वर्मा को हटा दिया। उनके साथ पर हनुमानगढ़ के कलक्टर जाकिर हुसैन को यहां श्रीगंगानगर का कलक्टर बनाया है।
..............
अब तक रहे कलक्टर का कायज़्काल
कलक्टर का नाम कब से कब तक
एमजी दलेला 22.09.49 से 03.9.51
निरजंन सिंह 04.09.51 से 31.07.52
जे.पी. अरोड़ा 01.08.52 से 19.02.53
जोरावर सिंह झाला 20.02.53 से 09.06.53
चम्पालाल कोचर 10.06.53 से 19.09.54
बी.एन. तनखा 19.09.54 से 31.03.55
चम्पालाल कोचर 01.04.55 से 16.07.55
आर.के. चतुवेदज़्ी 17.07.55 से 28.04.58
बी.पी.सूद 05.07.58 से 23.06.60
चम्पालाल कोचर 08.07.60 से 26.09.62
आर.के. शास्त्री 26.09.62 से 26.04.64
चम्पालाल कोचर 22.05.64 से 28.10.65
टी.वी. रमनन 09.03.66 से 21.07.66
ए.वी.गनेशण 21.07.66 से 05.03.68
एच. सी. पांडे 06.03.68 से 02.06.69
एल.एन. गुप्ता 02.06.69 से 06.05.70
विजयसिंह पदमश्री 11.05.70 से 01.07.72
आर.वी. सोनटके 03.07.72 से 12.07.74
एल. एन.लढढा 15.07.74 से 05.12.75
नरेन्द्र कुमार वमाज़् 09.01.76 से 09.08.76
ईश्वरचन्द्र श्रीवास्तव 10.08.76 से 30.04.77
गुमान सिंह 01.05.77 से 16.03.79
एम.डी. कौरानी 19.03.79 से 16.08.81
प्रहलादराय शमाज़् 17.08.81 से 29.10.83
फतेह सिंह चारण 29.10.83 से 26.06.85
रामलुभाया 26.06.85 से 31.07.88
जे.एन.भटनागर 01.08.88 से 19.12.90
के.एस.गलूण्डिया 21.12.90 से 13.09.93
डी.डी. सूद 13.09.93 से 09.02.94
करणी सिंह 09.02.94 से 18.04.97
प्रेमसिंह मेहरा 21.04.97 से 04.07.98
विनोद कपूर 04.07.98 से 18.03.99
के.एल.गुप्ता 27.03.099 से 06.12.2000
किरण सोनी गुप्ता 6.12.2000 से 29.05.02
रामावतार रघुवंशी 29.05.02 से 05.09.04
एम.एस. मीना 06.09.04 से 04.12.04
कुंजीलाल मीणा 04.12.04 से 28.04.07
भवानी सिंह देथा 30.04.07 से 06.01.09
राजीव सिंह ठाकुर 06.01.09 से 15.06.09
आशुतोष ए.टी.पेडणेकर 15.06.09 से 03.09.10
सुबीर कुमार 06.09.10 से 02.02.11
मुग्धा सिंहा 02.02.11 से 02.08.11
अम्बरीष कुमार 03.08.11 से 29.09.12
श्रीराम चौरडिय़ा 01.10.12 से 31.07.13
धमेज़्न्द्र भटनागर 04.08.13 से 26.02.14
आर.एस.जाखड़ 26.02.14 से 02.05.15
पूणज़्चन्द्र किशन 02.05.15 से 09.11.16
ज्ञानाराम 09.11.16 से 26.12.18
शिवप्रसाद मदन नकाते 26.12.18 से 02.07.20
महावीर प्रसाद वर्मा 02.07.2020 से 08.7.2021
जाकिर हुसैन ....नए कलक्टर
Published on:
08 Apr 2021 12:09 pm
बड़ी खबरें
View Allश्री गंगानगर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
