
ई-ऑफिस प्रणाली से कामकाज का होगा डिजिटलीकरण (Photo source- Patrika)
CG News: सुकमा जिले में शासकीय कार्यप्रणाली को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और समयबद्ध बनाने की दिशा में ई-ऑफिस कार्य प्रणाली के क्रियान्वयन हेतु शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के मार्गदर्शन में यह प्रशिक्षण दो सत्रों में संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण सत्र का संचालन डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग से आए मास्टर ट्रेनर गजेंद्र वर्मा एवं रवि निषाद ने किया। उन्होंने प्रतिभागियों को ई-ऑफिस प्रणाली की कार्यप्रणाली, उपयोगिता और तकनीकी पक्षों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ई-ऑफिस का मुख्य उद्देश्य परंपरागत कागजी प्रक्रिया को डिजिटल प्लेटफॉर्म में रूपांतरित कर कार्य संचालन की गति और गुणवत्ता में सुधार लाना है। इससे निर्णय प्रक्रिया तेज होगी और सरकारी तंत्र में पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
मास्टर ट्रेनर्स ने अधिकारियों-कर्मचारियों को फाइल प्रबंधन, ई-नोटिंग, ई-डिस्पैच, पत्राचार प्रक्रिया, दस्तावेजों की डिजिटल ट्रैकिंग, यूजर एक्सेस कंट्रोल और कार्य प्रवाह प्रणाली की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही लाइव डेमो के माध्यम से यह भी बताया कि किस प्रकार ई-ऑफिस को दैनिक शासकीय कार्यों में प्रभावी ढंग से अपनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य राज्य के सभी विभागों को पेपरलेस बनाना और सरकारी सेवाओं को डिजिटल माध्यम से नागरिकों तक त्वरित और पारदर्शी ढंग से पहुँचाना है।
CG News: इस अवसर पर अपर कलेक्टर गजेन्द्र ठाकुर ने कहा कि शासकीय दफ्तरों का कार्य अब पूरी तरह पेपरलेस होने की दिशा में अग्रसर है और शासन ने इसके लिए ई-ऑफिस प्रणाली लागू की है। उन्होंने कहा कि इस क्रांतिकारी पहल से परंपरागत कागजी प्रक्रिया समाप्त होगी और सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रशिक्षण से कर्मचारियों को यह समझने में मदद मिलेगी कि ऑनलाइन कार्य करते समय क्या सावधानी रखनी है।
Published on:
28 Jun 2025 01:55 pm
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