8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इस गांव में पटवारी की मनमानी से ग्रामीण नाराज, SDM दफ्तर पहुंचकर बोले – ट्रांसफर करें नहीं तो…

Sukma News: कोण्टा के ग्राम पंचायत पुनपल्ली के ग्रामीणों ने अपने क्षेत्र में पदस्थ पटवारी लक्ष्मण मरकाम के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए एसडीएम कार्यालय कोंटा में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

2 min read
Google source verification
पटवारी के कार्य व्यवहार से लंबे समय से ग्रामीण परेशान (फोटो सोर्स- पत्रिका)

पटवारी के कार्य व्यवहार से लंबे समय से ग्रामीण परेशान (फोटो सोर्स- पत्रिका)

CG News: कोण्टा के ग्राम पंचायत पुनपल्ली के ग्रामीणों ने अपने क्षेत्र में पदस्थ पटवारी लक्ष्मण मरकाम के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए एसडीएम कार्यालय कोंटा में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। ग्रामीणों ने पटवारी के कार्य व्यवहार से लंबे समय से परेशान होने की बात कही और उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है।

ग्रामीणों का आरोप है कि पटवारी गांव में नियमित रूप से उपस्थित नहीं रहता। जरूरत पड़ने पर फोन करने के बावजूद समय पर नहीं आता, जिससे ग्रामवासियों को व्यक्तिगत रूप से उसे ढूँढना पड़ता है। इस लापरवाही के कारण ग्रामीणों के राजस्व संबंधी कार्य अक्सर लंबित रह जाते हैं।

ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पटवारी बिना ग्राम प्रमुखों की जानकारी में लाए आबादी पट्टा का सर्वे कर रहा हैं और शासकीय भूमि का मनमाना बँटवारा कर रहा हैं। ग्राम पंचायत प्रमुखों का कहना है कि भविष्य में इस भूमि का उपयोग आंगनबाड़ी केंद्र या उपस्वास्थ्य केंद्र जैसी जनहितकारी योजनाओं के लिए किया जाना था, लेकिन पटवारी की मनमानी से यह भूमि निजी व्यक्तियों को दी जा रही है।

स्थानांतरण या सुधार की मांग

ग्रामवासियों ने एसडीएम से मांग की है कि पटवारी लक्ष्मण मरकाम का स्थानांतरण किसी अन्य जगह किया जाए या फिर उनके कार्य व्यवहार में सुधार के लिए स्पष्ट निर्देश दिए जाएँ, ताकि ग्रामीणों को सुविधा मिल सके और बेहतर समन्वय स्थापित हो। ग्रामीणों की शिकायत की प्रतिलिपि जिला कलेक्टर सुकमा को भी भेजी गई है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।

अवैध वसूली का आरोप

शिकायत पत्र में गंभीर आरोप यह भी लगाया गया है कि जमीन बँटवारा, पट्टे की द्वितीय प्रति और अन्य राजस्व संबंधी कार्यों के लिए पटवारी ग्रामीणों से रू 8,000 से रू10,000 तक की अवैध वसूली कर रहा हैं। ग्रामीणों ने कहा कि जाति, आय और निवास प्रमाण पत्र जैसे सामान्य कार्यों में भी अनावश्यक परेशानियाँ खड़ी की जाती हैं।