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CG के इस जिले में डायरिया का प्रकोप, 1 ने तोड़ा दम, 66 हैं पीडि़त, मचा हड़कंप

दूषित पानी से डायरिया फैलने की स्वास्थ्य टीम ने जताई आशंका, पानी का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया

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Diarrhea patient

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सूरजपुर. जिला मुख्यालय से महज 12 किमी दूर स्थित ग्राम बसदेई में डायरिया के प्रकोप से 6६ लोग पीडि़त पाए गए हैं। जबकि एक बुजुर्ग की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला चिकित्सालय और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बसदेई के अलावा प्रभावित रजवारीपारा मोहल्ले में शिविर लगाकर प्रभावितों का उपचार किया जा रहा है। सीएमएचओ ने स्थिति नियंत्रण में होने का दावा करते हुए गांव में क्लोरिन की गोलियां और ब्लीचिंग पाउडर बांटने के निर्देश दिए हैं।


गौरतलब है कि आदर्श ग्राम बसदेई के रजवारीपारा, पटेलपारा और देवल्लापारा में डायरिया की चपेट में आकर अब तक 66 लोग उल्टी-दस्त और पेट दर्द से पीडि़त हैं। वहीं रजवारीपारा मोहल्ला निवासी खुशियाल राजवाड़े पिता रूपसाय राजवाड़े उम्र 60 वर्ष की शनिवार की दोपहर जिला चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत हो गई।

बसदेई में उल्टी दस्त का प्रकोप तो विगत 30 मई से ही शुरू हो गया था। 30 मई को एक-एक कर 4 मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बसदेई में उपचार के लिए पहुंचे थे। फिर क्रमश: 31 मई और 1 जून को जब इनकी संख्या 30 पहुंच गई तो स्वास्थ्य अमला सक्रिय हुआ।

उन्होंने जिला चिकित्सालय और स्वास्थ्य केन्द्र बसदेई के अलावा प्रभावित मोहल्ले में ही स्वास्थ्य शिविर लगाकर उपचार करने की पहल की। 2 जून को तो मरीजों की संख्या बढ़कर 6६ तक पहुंच गई। इनमें 30 मरीज जिला चिकित्सालय में भर्ती किए गए, जहां एक की मौत उपचार के दौरान हो गई।


विभागीय अधिकारियों ने शिविर स्थल का लिया जायजा
बसदेई के रजवारीपारा में उल्टी दस्त पीडि़तों की संख्या में लगातार इजाफा होने की सूचना पर शनिवार को सीएमएचओ डॉ. एसपी वैश्य, बीएमओ डॉ. आरएस सिंह, डॉ. गरिमा सिंह, जिला पंचायत सदस्य पंकज तिवारी सहित पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने शिविर में पहुंचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया और डायरिया नियंत्रण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ. वैश्य ने संभावना जताई कि पीने के पानी से डायरिया फैला है। इसलिए उन्होंने हैण्डपम्प व कुएं में क्लोरिन की गोलियां और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं।


पानी टंकी की 18 साल से नहीं हुई सफाई
ग्रामीणों से चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि बसदेई में पंचायत द्वारा संचालित नल जल योजना के तहत आबंटित नल कनेक्शन का पानी इस्तेमाल किया जाता है और इस इकाई की पानी टंकी की सफाई 18 वर्ष से नहीं हुई है। वहीं कुएं में जगत न होने के कारण बाहरी कचरा कुएं में गिरने से बैक्टीरिया के रूप में पानी को दूषित कर रहा है।

उन्होंने पानी टंकी और हैण्डपम्प सहित सभी कुओं के पानी का सैम्पल लेकर जांच कराने के लिए निर्देश दिए हैं। चिकित्सकों के निर्देश पर स्थानीय स्वास्थ्य अमले ने पानी का सैंपल लेकर पीएचई विभाग को जांच के लिए भेजा है।


बसदेई को मिलेगा एमबीबीएस डॉक्टर
बसदेई में डायरिया के प्रकोप का जायजा लेने पहुंचे सीएमएचओ डॉ. एसपी वैश्य ग्रामीणों से जब चर्चा कर रहे थे तो ग्रामीणों ने बसदेई स्वास्थ्य केन्द्र में एमबीबीएस चिकित्सक तैनात करने की मांग रखी। इस पर सीएमएचओ ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि दो दिन के अंदर बसदेई को एमबीबीएस डॉक्टर मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में सूरजपुर जिले को तीन नए चिकित्सक मिले हैं। उनमें से एक चिकित्सक की पदस्थापना बसदेई कर दी जाएगी।


नियंत्रण में है स्थिति
बसदेई में डायरिया का प्रकोप तो है लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है, डायरिया के कारणों का पता लगाया जा रहा है। बैक्टीरिया की जांच के लिए विभिन्न प्रकार के सैम्पल जुटाए जा रहे हैं। गांव में स्थिति को नियंत्रित करने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य शिविर लगाकर अमले द्वारा लोगों के घर में ही उपचार किया जा रहा है। बचाव हेतु जो भी जरूरी होगा वे सारी व्यवस्थाएं कर ली जाएंगी।
डॉ. एसपी वैश्य, सीएमएचओ सूरजपुर