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केरता. सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वनपरिक्षेत्र में 62 हाथियों के दल ने उत्पात मचाकर रखा है। वन परिक्षेत्र के अलग-अलग गांवों में हाथी फसल, घर के साथ ही जनहानि भी पहुंचा रहे हैं। मजबूरन ग्रामीण अपनी जान-माल की रक्षा करने के लिए रतजगा कर रहे हैं। हाथियों को रोकने वन विभाग के सारे उपाए फेल नजर आ रहे हैं।
ग्रामीण दहशत में हैं और परेशान हैं। अभी केरता, धरमपुर व आसपास के गांव के गन्ना किसान हाथियों के उत्पात से काफी परेशान हैं। हाथी खेतों में घुसकर गन्ने की फसल चट कर जा रहे हैं, जिससे किसानों को काफी क्षति हो रही है।
शनिवार की रात भी हाथियों का एक दल धरमपुर रोड पर ग्राम लमिडांड़ में पहुंच गया और इस दौरान वहां से पैरा लोड कर गुजर रहे किसान व मजदूर हाथियों को देख भाग खड़े हुए। इसके बाद हाथियों ने दो ट्रैक्टरों को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया।
सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड स्थित ग्राम बगड़ा निवासी रामदुलार व पलढ़ा निवासी रनसाय शनिवार की रात लगभग 8 बजे टै्रक्टरों में पैरा लोड कर धरमपुर मार्ग से घर जा रहे थे। दोनों ट्रैक्टरों में मजदूर भी बैठे थे। इसी दौरान ग्राम लमिडांड़ में ६२ हाथियों में से कुछ हाथियों के दल से उनका सामना हो गया।
हाथियों को देखते हुए दोनों किसान व ट्रैक्टर में बैठे मजदूर अपनी जान बचाकर भाग खड़े हुए। इसके बाद हाथियों ने पैरा लोड दोनों ट्रैक्टर की स्टेयरिंग को तोड़कर अलग कर दिया। ट्रैक्टर के अन्य पाट्र्स को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। हाथियों ने सड़क किनारे खेत में लगे गन्ने की भी फसल को नुकसान पहुंचाया।
हाथियों ने वहां काफी देर तक उत्पात मचाया और कुछ ही दूर पर छिपे किसान व मजदूर दहशत में रहे। हाथियों के जाने के बाद किसान वहां पहुंचे लेकिन तोडफ़ोड़ किए जाने की वजह से ट्रैक्टरों को नहीं ले जा सके।
Published on:
21 Jan 2018 09:18 pm
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