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सड़क हादसे में बेहोश पड़े पति-पत्नी को मरा समझ किसी ने नहीं की मदद, पुलिस ने ऐसे बचाई जान

राहगीर से टकराकर गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे स्कूटी सवार दंपति, प्राथमिक उपचार के बाद अंबिकापुर रेफर

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Husband-wife

Husband-wife on road

बिश्रामपुर. एनएच 43 पर गुरूवार को संतोषी मंदिर के पास स्कूटी सवार पति-पत्नी एक राहगीर से टकराकर सड़क पर गिर पड़े। उन्हें गंभीर चोटें आईं और वे मौके पर ही बेहोश हो गए। इस दौरान आसपास से गुजर रहे लोगों ने काफी खून बहने के कारण मृत समझकर हाथ तक नहीं लगाया। सूचना पर मौके पर पहुंची बिश्रामपुर पुलिस ने तुरंत पति-पत्नी को उठाकर अस्पताल पहुंचाया, तब उनकी जान बच पाई। पुलिस की इस पहल की नगर में प्रशंसा हो रही है।


कोरिया जिले के ग्राम पसला रामपुर निवासी काशी सिंह गोंड़ अपनी पत्नी किरण बाई के साथ स्कूटी क्रमांक सी जी 16 सी एच 2062 से ससुराल शिवनंदनपुर निवासी शंकर सिंह के घर आ रहा था। रास्ते में एनएच 43 पर संतोषी मंदिर के समीप पानी से भरी बाल्टी लो रहे सतपता निवासी मोरी लाल से टकराकर पति-पत्नी बीच सड़क पर गिर गए।

सिर पर गंभीर चोट लगने की वजह से वे बेहोश हो गए। काशी सिंह के सिर, नाक व चेहरे से काफी खून बह रहा था। वहीं पत्नी का भी हाथ टूट गया व व उसके नाक से भी खून बह रहा था। इस दौरान आसपास से गुजर रहे लोग, वहां पहुंचे जरूर लेकिन पति-पत्नी को मृत समझकर उन्हें हाथ तक नहीं लगाया, जबकि वे जीवित थे।

इस दौरान सूचना मिलने पर बिश्रामपुर थाने के सहायक उपनिरीक्षक देवनाथ चौधरी, आरक्षक ताराचंद यादव, बिशुन पैकरा सहित भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष दुर्गा गुप्ता मौके पर पहुंचे और बिना देरी किए पति-पत्नी को तत्काल उठाकर पुलिस जीप में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिश्रामपुर लाया।


नहीं तो चली जाती जान
अस्पताल में डॉ. केके ताम्रकार व अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियेंा के अथक प्रयास से रक्त स्त्राव पर निंयत्रण पाकर उन्हें अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। वहीं स्कूटी की ठोकर से मोरी लाल भी घायल हो गया, उसका उपचार स्थानीय अस्पताल में जारी है। पुलिस ने समय रहते पति-पत्नी को अस्पताल पहुंचा दिया वरना सड़क पर पड़े-पड़े उनकी जान चली जाती।