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सेटिंग नहीं हो पाई तो सामने आ गई ये सच्चाई, वरना यहां हर दिन होते हैं ऐसे काले कारनामे

जमकर चल रहा हेराफेरी का खेल, ट्रांसपोर्टरों व पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में, नंबर प्लेट बदलकर हो रही हेराफेरी

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Coal vehicle

Coal load vehicle

बिश्रामपुर. कोयला लोड किया कहीं और से और साइडिंग में खाली कर दिया कहीं और का कोयला। वह भी वाहन का नंबर प्लेट बदलकर। ऐसा ही एक मामला करंजी चौकी क्षेत्र में प्रकाश में आया है। ऐसा यहां कोई पहली बार नहीं हो रहा है। इसमें सेटिंग नहीं जमने की बात सामने आ रही है। मामले में ट्रांसपोर्टरों व पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।


गौरतलब है कि बिश्रामपुर क्षेत्र के आमगांव सहक्षेत्र से करंजी साइडिंग के लिए जोरों से कोल परिवहन जारी है। इसी कड़ी में 29 जुलाई को वाहन क्रमांक सी जी 15 ए सी 4185 आमगांव खदान से कोयला लोड कर करंजी साइडिंग के लिए निकला लेकिन बीच रास्ते में दूसरा वाहन साइडिंग में पहुंचा।

सूत्रों की मानें तो ट्रक में रायगढ़ का चूरा कोयला लोड था, इसका नंबर प्लेट बदला गया फिर साइडिंग में खाली कर दिया गया। वहीं आमगांव से निकले कोयले को कहीं और खपा दिया गया। इधर साइडिंग में जब खाली किए गए गुणवत्ताविहीन कोयले पर साइडिंग इंचार्ज की नजर पड़ी तो उसे शक हुआ तब उसने वाहन के ड्राइवर से पूछताछ शुरू की और खाली करने की रशीद देने से मना किया।

इतना सुनते ही वाहन का ड्राइवर वाहन सहित फरार हो गया। इसके बाद 30 जुलाई को साइडिंग इंचार्ज द्वारा करंजी चौकी में शिकायत दर्ज करवाई गई। इस पर पुलिस ने जांच का हवाला देकर शिकायत तो रख ली परंतु अब तक आरोपी वाहन मालिक के विरूद्ध अपराध दर्ज नहीं किया है। इससे पुलिस की भूमिका पर भी कई सवाल खडे हो गये है। वहीं ट्रांसपोर्टरों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।


कोयले के ग्रेड की होगी जांच
सीएसपी डीके सिंह ने बताया कि जो कोयला खाली करवाया गया है ओर जो कोयला आमगांव से लोड हुआ था, उसके ग्रेडिंग की जांच एसईसीएल के अधिकारियों के समक्ष की जायेगी। ग्रेडिंग अलग पाए जाने पर संबंधित ट्रांसपोर्टर सहित वाहन मालिक एवं सभी आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।


धड़ल्ले से जारी है कोयले का काला कारनामा
ऐसा नहीं है कि यह कोई नया मामला है, बस फर्क इतना है कि सेटिंग नहीं हो पाने के कारण यह मामला प्रकाश में आ गया। सूत्रों की मानें तो गुणवत्ताविहीन कोयला खाली करने के बाद संबंधित लोगों ने साइडिंग इंचार्ज सहित अन्य अधिकारियों से साठगांठ करने का काफी प्रयास किया परंतु बात नहीं बन पाई जिसके बाद मामला थाने तक पहुंच गया। वहीं इस क्षेत्र में इन दिनों धड़ल्ले से कोयले का यह काला कारनामा एसईसीएल अधिकारियों एंव पुलिस के संरक्षण में जारी है।